Jharkhand Poll Results: आजसू, सरयू और रघुवर के बारे में क्या बोले पूर्व CM अर्जुन मुंडा?
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. वोटों की गिनती जारी है और रुझानों में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को साफ बहुमत हासिल होता दिख रहा है. रुझानों से हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है, वहीं रघुवर दास की विदाई होती दिख रही है. झारखंड में 30 नवंबर से […]
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. वोटों की गिनती जारी है और रुझानों में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को साफ बहुमत हासिल होता दिख रहा है. रुझानों से हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है, वहीं रघुवर दास की विदाई होती दिख रही है. झारखंड में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान हुआ था.
इन रुझानों के बीच केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को झारखंड में भाजपा की सरकार बनने की उम्मीद अब भी है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी काफी नजदीकी मुकाबला चल रहा है. ऐसे में अभी किसी नतीजे तक पहुंचना जल्दबाजी है.
रघुवर की तारीफ
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के कामकाज की तारीफ में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पांच साल में काफी काम किया है और उसका परिणाम सकारात्मक मिलेगा. वहीं, मुंडा ने यह भी कहा कि सरकार की नीतियों में कमी रही या नहीं, इसका आकलन पूरा परिणाम आने के बाद ही हो सकेगा.
महत्वाकांक्षा की बात
आजसू के अलग चुनाव लड़ने और सरयू राय के पार्टी से बाहर जाने के मुद्दे पर अर्जुन मुंडा का कहना है कि आजसू हमारे साथ पहले भी चुनाव मिलकर लड़ी है. वो हमारे सहयोगी रहे हैं, जरूरत पड़ी तो वह हमारे साथ आयेंगे. जहां तक सरयू राय का सवाल है, चुनाव के दौरान कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग अपनी महत्वाकांक्षा के कारण अलग लड़ते हैं, पार्टी से बाहर जाते हैं. यह सब चुनाव में होता रहता है.
पार्टी एकजुट थी, है और रहेगी
पार्टी में भितरघात के सवाल पर अर्जुन मुंडा का कहना है कि पूरी पार्टी एकजुट थी. झारखंड में सबने मिलकर काम किया है. सबने मिलकर प्रचार किया है. इसलिए यह कहना कि किसी खास व्यक्ति का उपयोग नहीं किया गया, यह गलत है. पार्टी एकजुट थी, है और रहेगी.
मैं यहीं खुश हूं
जरूरत पड़ने पर झारखंड जाने के मुद्दे पर अर्जुन मुंडा का कहना है कि अभी मुझको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है. मैं आदिवासी कल्याण के लिए काम कर रहा हूं और मैं यहां खुश हूं. अभी झारखंड जाने का कोई इरादा नहीं है.
गौरतलब है कि…
झारखंड की राजनीति में अर्जुन मुंडा की शख्सियत काफी बड़ी है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में उन्हें जनजातीय कल्याण की जिम्मेदारी सौंपी. अर्जुन मुंडा इससे पहले तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और इस दौरान उन्होंने अपनी कार्यशैली से खूब सुर्खियां बटोरी. अर्जुन मुंडा के लिए वर्ष 2014 का विधानसभा चुनाव निराशाजनक रहा. वह खरसावां विधानसभा सीट पर दशरथ गगराई से चुनाव हार गए. उस साल के विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत हासिल करने में सफल रही, लेकिन खरसावां सीट पर मिली हार की वजह से अर्जुन मुंडा की जगह रघुवर दासने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली.