झारखंड विधानसभा परिणाम : पूर्व अफसरों में रामेश्वर उरांव व लंबोदर महतो जीते, रेजी डुंगडुंग, जेबी तुबिद, लक्ष्मण और सुखदेव हारे

प्रणव रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कई पूर्व अधिकारी भी मैदान में उतरे. इनमें एडीजी रैंक से वीआरएस लेकर लोहरदगा से चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और गोमिया से आजसू के उम्मीदवार लंबोदर महतो भी शामिल हैं. इन्हें चुनाव में सफलता मिली, इसके उलट भाजपा से दूसरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2019 8:35 AM
प्रणव
रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कई पूर्व अधिकारी भी मैदान में उतरे. इनमें एडीजी रैंक से वीआरएस लेकर लोहरदगा से चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और गोमिया से आजसू के उम्मीदवार लंबोदर महतो भी शामिल हैं. इन्हें चुनाव में सफलता मिली, इसके उलट भाजपा से दूसरी बार चाईबासा से चुनाव लड़ रहे जेबी तुबिद और धनवार से लक्ष्मण सिंह चुनाव हार गये. वहीं भाजपा से लोहरदगा से चुनाव लड़नेवाले सुखदेव भगत और सिमडेगा से झापा के उम्मीदवार रेजी डुंगडुंग को भी हार मिली.एडीजी रैंक से वीआरएस लेने वाले डॉ रामेश्वर उरांव पहले भी सांसद और केंद्रीय मंत्री के अलावा राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे हैं.
वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. पूर्व गृह सचिव जेबी तुबिद भी भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेकर दूसरी बार चाईबासा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. वहीं, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्य प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेनेवाले सुखदेव भगत ने पार्टी बदल ली थी.
इस बार लोहरदगा से ही भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में थे. इनके अलावा एडीजी रेजी डुंगडुंग भी भारतीय पुलिस सेवा से वीआरएस लेकर सिमडेगा से झापा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. सिर्फ लक्ष्मण सिंह ही ऐसे प्रत्याशी थे, जो भारतीय पुलिस सेवा से आइजी के पद से सेवानिवृत्त होकर धनवार से भाजपा के टिकट पर दूसरी बार चुनाव लड़ रहे थे. इन सब में सिर्फ डॉ रामेश्वर उरांव ही भाग्यशाली रहे. उन्होंने पूर्व के अपने सहयोगी सुखदेव भगत और आजसू की प्रत्याशी निरू शांति भगत को बड़े अंतर से शिकस्त दी.
पूर्व आइएएस अधिकारी जेबी तुबिद दूसरी बार भी भाजपा की टिकट पर चाईबासा से चुनाव नहीं जीत पाये. यही स्थिति पूर्व आइपीएस लक्ष्मण सिंह की भी रही. वे भी भाजपा के टिकट पर दूसरी बार धनवार विधानसभा से चुनाव लड़े, लेकिन हार गये. राज्य प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेकर गोमिया से आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे लंबोदर भगत को जीत मिली है. छह माह पूर्व वे इसी सीट से हुए उपचुनाव में झामुमो की बबीता महतो से चुनाव हार गये थे.
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यहां की सभाओं में उमड़ी भीड़, पर नहीं मिले वोट
नरेंद्र मोदी – गुमला, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, बरही, दुमका तथा बरहेट. इन सीटों पर अन्य पार्टी के कैंडिडेट या निर्दलीय चुनाव जीते हैं.
अमित शाह – मनिका (कांग्रेस), लोहरदगा (कांग्रेस), चतरा (राजद), गढ़वा (झामुमो), बहरागोड़ा (झामुमो), चक्रधरपुर (झामुमो), गिरिडीह (झामुमो), पाकुड़ (कांग्रेस) तथा पोड़ैयाहाट (झाविमो)

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