झारखंड विधानसभा परिणाम : अजेय नहीं है भाजपा, विपक्षी दल एकजुट हो जाएं : कांग्रेस

राहुल ने पार्टी व सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं को दी बधाई नयी दिल्ली : झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत के बाद कांग्रेस ने रविवार को कहा कि भाजपा अजेय नहीं है और सभी राजनीतिक दलों को उसके खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन की जीत को ‘निर्णायक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2019 8:51 AM
राहुल ने पार्टी व सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं को दी बधाई
नयी दिल्ली : झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत के बाद कांग्रेस ने रविवार को कहा कि भाजपा अजेय नहीं है और सभी राजनीतिक दलों को उसके खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन की जीत को ‘निर्णायक जीत’ बताया और सहयोगी दलों, पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई दी. पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यह दावा भी किया कि आने वाले चुनावों में भी भाजपा की हार होगी, क्योंकि उसने सिर्फ बांटने और असल मुद्दों से ध्यान हटाने की राजनीति की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि महाराष्ट्र व हरियाणा में झटका लगा और झारखंड में पराजय मिली. 2019 में यह भाजपा की कहानी है. हम झारखंड की जनता का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इतना बड़ा बहुमत दिया है.
भाजपा अजेय नहीं है. अगर सभी राजनीतिक दल साथ मिल जाएं और देश के सामने खड़े खतरे को समझ जाएं, तो निश्चित तौर पर भाजपा पराजित हो सकती है. कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि हमने लोगों के जीवन को छूने वाले मुद्दे उठाते हुए चुनाव लड़ा. हमें विश्वास था कि हम सरकार बनायेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की, लेकिन लोग उनके साथ नहीं गये. सिंह ने कहा कि हमने पहले ही घोषणा की है कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनेंगे.
झारखंड की हार में स्थानीय मुद्दों की भूमिका : भाजपा
नयी दिल्ली : भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनावों में अपनी हार के लिए सोमवार को स्थानीय मुद्दों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आंतरिक कलह भी एक प्रमुख कारण हो सकती है.
भाजपा प्रवक्ता जीवी एल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा राज्य में हार का विस्तार से विश्लेषण करेगी, लेकिन संयुक्त विपक्ष के खिलाफ गठबंधन नहीं होना भी एक वजह रही. उन्होंने कहा कि जनादेश दोबारा से पाने के लिए मतदाताओं को मनाने में स्थानीय नेतृत्व की नाकामी और पार्टी की भीतरी कलह इस हार की बड़ी वजह लगता है. विस्तृत विश्लेषण किया जायेगा.
राव ने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने देखा कि स्थानीय चुनावतेजी से राज्य सरकार और स्थानीय कारकों से प्रभावित होते जा रहे हैं.

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