हेमंत सोरेन के शपथग्रहण समारोह को लेकर बोले मुख्य सचिव- समारोह में समन्वय सुनिश्चित करें
रांची : झारखंड में नयी सरकार का शपथग्रहण समारोह 29 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में होगा. शपथग्रहण समारोह के आयोजन में समन्वय सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव डॉ. डी के तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. आज जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्य सचिव डी के तिवारी ने राज्य के […]
रांची : झारखंड में नयी सरकार का शपथग्रहण समारोह 29 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में होगा. शपथग्रहण समारोह के आयोजन में समन्वय सुनिश्चित करने के लिए मुख्य सचिव डॉ. डी के तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. आज जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्य सचिव डी के तिवारी ने राज्य के उच्चाधिकारियों के साथ झारखंड मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक करके समारोह में पूर्ण समन्वय के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दिये.
उन्होंने समारोह के पहले और उसके बाद की तैयारियों पर बिंदुवार निर्देश देते हुए हर स्तर पर समन्वय बनाने पर बल दिया. मुख्य सचिव ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि समारोह में शामिल होने आनेवाले अति विशिष्ट अतिथियों को प्रोटोकॉल के अनुसार सारी सुविधाएं समय से मिले. वहीं समारोह के दौरान सभी विशिष्ट अतिथियों और आमजनों की सुविधा का भी ध्यान रखने का निर्देश दिया.
मुख्य सचिव ने शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने आनेवाले राजकीय अतिथियों की अगवानी, उनके ठहरने, समारोह स्थल तक जाने से लेकर उनकी विदाई तक की जिम्मेदारी एक संपर्क अधिकारी को देने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि संपर्क अधिकारी पूर्व से चिह्नित राजकीय अतिथि से संपर्क में रहेंगे और रांची आने तथा यहां से लौटने तक उनकी सुविधा का ध्यान रखेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण भारत से आनेवाले अतिथियों को भाषाई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए अंग्रेजी बोलने-समझने वाले अधिकारियों को उनके साथ जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि अतिथियों के ठहरने के स्थल से लेकर समारोह स्थल और विदाई स्थल तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने के निर्देश पुलिस महानिदेशक को दिये गये. पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सुरक्षा की पूरी कमान आईजी नवीन कुमार सिंह संभालेंगे.
उन्होंने कहा कि समारोह के पूर्व अतिथियों के निवास स्थल से लेकर समारोह स्थल तक पुलिस व्यवस्था को चाक-चौबंद बनायेगी. मुख्य सचिव ने समारोह स्थल पर पार्किंग की व्यवस्था पर भी विशेष रूप से जोर देते हुए निर्देश दिया कि समारोह के पहले और बाद में समारोह स्थल तक आने-जाने में किसी को परेशानी नहीं हो.