मौसम विभाग ने जारी की सलाह, आज चल सकती है शीतलहर, रहें सतर्क, मैक्लुस्कीगंज का पारा तीन डिग्री पहुंचा
रांची : पिछले चार दिनों तक आसमान में बादल छाये रहने और कहीं-कही बारिश के बाद शुक्रवार को आसमान साफ हुआ. हवा की तेज गति और आसमान साफ होने का असर मौसम पर भी दिखा. शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 17.8 और न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. अधिकतम व न्यूनतम तापमान […]
रांची : पिछले चार दिनों तक आसमान में बादल छाये रहने और कहीं-कही बारिश के बाद शुक्रवार को आसमान साफ हुआ. हवा की तेज गति और आसमान साफ होने का असर मौसम पर भी दिखा. शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 17.8 और न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आयी है.
मौसम विभाग के अनुसार, 28 दिसंबर को राज्य के कई जिलों में शीतलहर चल सकती है. इसके मद्देनजर विभाग ने सतर्कता बरतने की सलाह जारी की है. इसका ज्यादा असर गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा व सिमडेगा में पड़ेगा.
विभाग ने गढ़वा, पलामू, चतरा, कोलेबिरा, गिरिडीह, देवघर, गोड्डा, साहेबगंज, हजारीबाग, पूर्वी व प सिंहभूम में घने कुहासे की बात कही है. इसको लेकर चेतावनी भी जारी की गयी है. विभाग के अनुसार, एक से तीन जनवरी के बीच राज्य में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है. पूर्वी और मध्य झारखंड में इसका ज्यादा असर पड़ सकता है.
फसलों को पाला से बचाने के लिए धुआं करें : पिछले दो दिनों हुई बारिश का असर खेती-बारी पर भी पड़ेगा. बादल और बारिश के बाद फसलों को संभावित तापमान गिरने से नुकसान होने की उम्मीद है.
इससे बचने के लिए मौसम विभाग की एग्रो एडवाइजरी सर्विस ने फसलों के आसपास धुआं करने की सलाह दी है. विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, सब्जियों को भी पाला से बचाने की जरूरत है. अभी खेतों में पर्याप्त नमी है. किसान यूरिया का छिड़काव सब्जी और फसलों में जरूरत के हिसाब से कर सकते हैं. रोगर कीटनाशी एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करने की जरूरत है.
देर से लगाये गये गेहूं में 22 किलो प्रति किलो प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने की जरूरत है. यूरिया के छिड़काव के लिए फसलों में नमी की जरूरत होती है. आलू के एक माह के फसल में 40 किलो यूरिया प्रति एकड़ के हिसाब से डालने की जरूरत है.
अगर आलू की फसल की पत्ती में ब्लाइट बीमारी (पत्ता पीला पड़ने लगे) होने लगे, तो दो ग्राम प्रति लीटर पानी में मिला कर रेडोमाइल दवा डालने की जरूरत है.
जानवरों को भी बीमारी से बचाने की जरूरत : जानवरों को भी बीमारी से बचाने की जरूरत है. अभी जानवरों को एफएमडी बीमारी पकड़ती है. इसके लिए साल में दो बार वैक्सिन दिया जाता है. जानवरों को ठंड से भी बचाना चाहिए. धूप निकलने से पहले जानवरों को बाहर नहीं निकालने की सलाह दी गयी. धूप समाप्त होने से पहले जानवरों को घरों में रखने की जरूरत है.
मैक्लुस्कीगंज का पारा तीन डिग्री पहुंचा
मैक्लुस्कीगंज : मैक्लुस्कीगंज में बुधवार रात हुई बारिश से ठंड बढ़ गयी है. तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. शुक्रवार को पारा गिर कर तीन डिग्री पहुंच गया. वहीं, अधिकतम तापमान 13 डिग्री रहा. दिन भर सूरज व बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा. वहीं, सर्द हवा चलने से कनकनी बढ़ गयी है.