रांची : सरकारी डॉक्टरों को शिशु रोग संबंधी मिलेगी ट्रेनिंग
रांची : सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को बच्चों की देखभाल तथा चिकित्सा सेवा के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा. ऐसा शिशु रोग विशेषज्ञों की कमी से निबटने के लिए किया जा रहा है. इसे लेकर नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम), झारखंड तथा रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, रांची के बीच एक कोर्स संचालन व प्रशिक्षण को लेकर एमअोयू हुआ […]
रांची : सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों को बच्चों की देखभाल तथा चिकित्सा सेवा के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा. ऐसा शिशु रोग विशेषज्ञों की कमी से निबटने के लिए किया जा रहा है.
इसे लेकर नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम), झारखंड तथा रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, रांची के बीच एक कोर्स संचालन व प्रशिक्षण को लेकर एमअोयू हुआ है. सोमवार को एनएचएम के अभियान निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया तथा रानी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ राजेश कुमार ने आरसीएच परिसर, नामकुम में एमअोयू पर हस्ताक्षर किया.
इसके तहत चिकित्सकों को इमरजेंसी इन पीडियाट्रिक्स तथा बेसिक नियोनेटोलॉजी विषय पर रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में प्रशिक्षित किया जायेगा. प्रशिक्षण के बिंदु पर एनएचएम, झारखंड ने केंद्र से सहमति ले ली है. यूनिसेफ भी इस कार्यक्रम का एक पार्टनर है. यह प्रशिक्षण तीन माह का होगा. प्रशिक्षण पाने वाले चिकित्सकों का नाम स्वास्थ्य विभाग तय करेगा.
करार के तहत प्रशिक्षण देने वाले चिकित्सकों (ट्रेनर) या विशेषज्ञों को एक हजार रुपये प्रतिदिन तथा प्रशिक्षण पानेवाले चिकित्सकों को 750 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जायेगा. प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र दिये जायेंगे. एमअोयू के मौके पर एनएचएम के निदेशक वित्त, नरसिंह खलखो, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ जे पी सांगा, डॉ अजीत प्रसाद, डॉ दीपावली, डॉ यूसी सिन्हा व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.