रांची : एचइसी में चार को झंडा गाड़ेंगे मजदूर

हटिया मजदूर यूनियन की आमसभा में लिया गया निर्णय रांची : हटिया मजदूर यूनियन (सीटू) की आमसभा गुरुवार को नेहरू पार्क में यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि आठ जनवरी को एचइसी व उसके मजदूरों को बचाने व पैकेज देने के लिए हड़ताल की जायेगी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2020 9:39 AM
हटिया मजदूर यूनियन की आमसभा में लिया गया निर्णय
रांची : हटिया मजदूर यूनियन (सीटू) की आमसभा गुरुवार को नेहरू पार्क में यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि आठ जनवरी को एचइसी व उसके मजदूरों को बचाने व पैकेज देने के लिए हड़ताल की जायेगी.
प्रबंधन ने एक वर्ष की जॉब ट्रेनिंग पूरी करने वालों को एक हजार रुपये नहीं दिया. वहीं मजदूरों की प्रोमोशन सूची (जो 31.12.19 को ही निकली थी) भी अभी तक जारी नहीं की गयी है. श्री सिंह ने कहा कि प्रबंधन की मजदूर विरोधी नीति के कारण ही मजदूर टुकड़ों में बंटे हैं. एचइसी में यूनियन तो बढ़ गयी है, लेकिन मांग घट गयी है. बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि चार जनवरी को दोपहर एक बजे सभी मजदूर नेहरू पार्क में जमा होंगे. यहां से झंडा लेकर मुख्यालय जायेंगे और वहां झंडा गाड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि जो यूनियनें मजदूरों की मांग पर प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए तैयार हैं, वे इसमें शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि तीन वर्ष गुजर गया, लेकिन अभी तक पे रिवीजन नहीं हुआ. 365 रुपये के बाद वाले की वेतन वृद्धि बंद है. सप्लाई मजदूर सेवानिवृत्त हो रहे हैं, लेकिन उन्हें ग्रेच्युटी नहीं मिल रही है. उन्होंने सभी मजदूर और यूनियनों से आह्वान किया कि इस बात का संकल्प लें कि मजदूर हित के लिए चार जनवरी को अपना-अपना झंडा लेकर शामिल हों. बैठक को हरेंद्र प्रसाद यादव, हरिराम राजवार, जान तिग्गा, महेंद्र कुमार, राजेंद्र राम व राजेंद्र कांत महतो ने भी संबोधित किया.
रांची : हटिया कामगार यूनियन के पदाधिकारियों ने आठ जनवरी को एचइसी में आहूत हड़ताल को सफल बनाने के लिए गुरुवार को एचएमबीपी गेट के समक्ष बैठक की. बैठक को संबोधित करते हुए यूनियन के उपाध्यक्ष जीसी सुधांशु ने कहा कि केंद्र सरकार रणनीति के तहत मुनाफे वाली कंपनी को बेचने और घाटे वाली कंपनी को बंद करना चाहती है.
इस कारण मजदूरों की नौकरी खतरे में है. भविष्य में एचइसी पर भी बंदी की तलवार लटक सकती है. केंद्र सरकार एचइसी के आधुनिकीकरण के लिए पैसे नहीं दे रही है और न ही परमाणु ऊर्जा विभाग के अधीन कर रही है. पीएफ खाता फ्रीज होने से उत्पादन प्रभावित हो रहा है.
इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मियों की ग्रेच्युटी, लीव सैलरी तथा सप्लायर का बकाया दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कर्मियों से एकजुट होकर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. इस अवसर पर केपी साहू, राजेश प्रसाद, अध्यक्ष लालदेव सिंह आदि उपस्थित थे.

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