रांची : आदिवासी नेताओं पर व्याख्यान शृंखला हो : अर्जुन मुंडा

आयोजन. जयपाल सिंह मुंडा की 117वीं जयंती पर रांची में कई समारोह हुए, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा- रांची : भारत सरकार के जनजातीय मामलों के कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि संविधान में आदिवासियों को मिले अधिकार पर रचनात्मक ढंग से सोचने और उसे आकलन करने की आवश्यकता है. क्योंकि अपने अधिकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2020 6:11 AM
आयोजन. जयपाल सिंह मुंडा की 117वीं जयंती पर रांची में कई समारोह हुए, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा-
रांची : भारत सरकार के जनजातीय मामलों के कैबिनेट मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि संविधान में आदिवासियों को मिले अधिकार पर रचनात्मक ढंग से सोचने और उसे आकलन करने की आवश्यकता है. क्योंकि अपने अधिकार को जाने बगैर आदिवासी समाज अपनी पहचान बरकरार नहीं रख सकते. श्री मुंडा शुक्रवार को जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर रांची स्थित अपने आवास में आयोजित समारोह में बोल रहे थे.
श्री मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए जयपाल सिंह मुंडा की भूमिका अविस्मरणीय है. संविधान सभा के सदस्य के रूप में उन्होंने आदिवासियों कीपहचान और अस्मिता को संविधान निर्माताओं के समक्ष वृहद रूप से रखा. यही कारण था कि आदिवासियों को संविधान में कुछ अलग से संवैधानिक अधिकारप्राप्त हैं.
अपने गांव में प्रमोद के नाम से जाने-जानेवाले जयपाल सिंह मुंडा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उनकी प्रतिभा एक आइसीएस, एक हॉकी खिलाड़ी, एकशिक्षक, एक नेता और एक सामाजिक व्यक्ति के रूप में पहचान बनी. उन्होंने ही झारखंड अलग राज्य की परिकल्पना की थी. श्री मुंडा ने कहा कि आज छात्रोंको जयपाल सिंह मुंडा पर शोध करना चाहिए. पूरे देश के ऐसे आदिवासी नेताओं पर एक व्याख्यान शृंखला शुरू होनी चाहिए. इस मौके पर पूर्व मंत्री विमलाप्रधान, पूर्व विधायक शिवशंकर उरांव, महापौर आशा लकड़ा, नव निर्वाचित विधायक नवीन जायसवाल, समरी लाल, उप महापौर संजीव विजयवर्गीय, पूर्वअंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सावित्री पूर्ति,भारत मुंडा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एतवा मुंडा आदि मौजूद थे.
जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा अौर स्टेडियम के हाल पर दिखा आक्राेश
रांची. बिरसा बिंदराई इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च, स्टडी एंड एक्शन (बिरसा) और नेटवर्क ऑफ एडवोकेट्स फॉर राइट्स एंड एक्शन (नारा) ने
जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम व प्रतिमा की दयनीय स्थिति पर आक्रोश जताया है़ मरांग गोमके की जयंती पर सदस्यों ने स्टेडियम में जुट कर नारा लगाते
हुए सरकार से मांग की कि यहां जयपाल सिंह मुंडा की विशालकाय प्रतिमा स्थापित की जाए़ मौके पर गोपीनाथ घोष, नाजिर हुसैन ने कहा कि झारखंड को
पहचान दिलाने वाले नायक को आज लोग भूल गए हैं या उसे इतिहास के पन्नों में भुलाने की साजिश रची गयी है़
स्टेडियम को बाजार बनाना निंदनीय
सदस्यों ने कहा कि बिहार के जमाने में जयपाल सिंह स्टेडियम बनाया गया था, पर राज्य सरकार द्वारा जयपाल सिंह मुंडा को सही सम्मान नहीं दिया
गया़ अब पूंजीपतियों द्वारा स्टेडियम को बाजार में परिवर्तित कर देना निंदनीय कार्य है़ जयपाल सिंह स्टेडियम की पहचान को समाप्त करने की
साजिश की गई है़ स्टेडियम के चारों ओर घर, भवन बनाकर इसकी पहचान खत्म की जा रही है़ मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा को भी
किनारे रखकर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है़
खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों ने दी श्रद्धांजलि
रांची : एस्टोटर्फ हॉकी स्टेडियम से जुड़े प्रशिक्षकों व खिलाड़ियों ने जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी़ इस अवसर
पर कबड्डी के प्रशिक्षक हरीश कुमार ने कहा कि हमारे आदर्श जयपाल सिंह मुंडा की प्रतिमा को जल्द दुरुस्त किया जाये़ यदि उन्हें सही सम्मान देना है,
तो स्टेडियम का सुंदरीकरण करना और यहां खेल के लिए माहौल तैयार करना जरूरी है़ मौके पर पूर्व खिलाड़ी उमेश दास, खोखो प्रशिक्षक तपन राउत,
कबड्डी के प्रशिक्षक शिव सागर, मुकेश कुमार सहित कई खिलाड़ी मौजूद थे़
मरांग गोमके के चित्र पर तेल चावल, सिंदूर और जल चढ़ाया
जय आदिवासी केंद्रीय परिषद ने नगड़ा टोली में किया कार्यक्रम
रांची : मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 117वीं जयंती पर जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के सदस्यों ने सरना भवन, नगड़ा टोली में उनके चित्र पर चावल,
तेल, सिंदूर व जल चढ़ा कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. मौके पर लोगों ने एक जनवरी 1948 को खरसावां गोलीकांड में शहीद पूर्वजों का भी स्मरण किया.
परिषद ने सरकार से मांग की है कि आदिवासी-मूलवासी आंदोलनकारियों व महापुरुषों को सर्वोच्च सम्मान दिया जाये. स्कूल कॉलेजों में उनकी जीवनी
पढ़ायी जाये. मौके पर महिला शाखा की अध्यक्ष निरंजना हेरेंज टोप्पो ने कहा कि एक छोटे से गांव से निकल कर जयपाल सिंह मुंडा ने देश का नाम पूरी
दुनिया में रोशन किया. लेकिन उनके त्याग व बलिदान के साथ अन्याय हुआ है. प्रदेश प्रवक्ता हलधर चंदन पाहन ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा अलग
झारखंड राज्य के जनक रहे हैं. संविधान सभा का सदस्य रहते हुए संविधान निर्माण में आदिवासी अधिकारों के मूल विषयों को रखा. पर यह विडंबना है
कि आज इस देश में वे उपेक्षित हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मोती कच्छप ने की. मौके पर मुन्ना टोप्पो, पारस लकड़ा, सोनी लकड़ा, राजू
लकड़ा, राहुल, रोहित अादि मौजूद थे.
रांची : मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती शुक्रवार को मनायी गयी. इस अवसर पर मुंडा सभा के सदस्यों ने जयपाल सिंह स्टेडियम में लगी उनकी
प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया. साथ ही सदस्यों ने मांग की कि स्टेडियम का अविलंब जीर्णोद्धार कराया जाये. उनकी धातुनिर्मित आदमकद
प्रतिमा स्टेडियम के मुख्य द्वार पर स्थापित की जाये. स्टेडियम परिसर में कार्यालय, सभा कक्ष व खिलाड़ियों के ठहरने की व्यवस्था हो. स्टेडियम के
रखरखाव के लिए नियमित वित्त-प्रबंध व स्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति होनी चाहिए. सदस्यों ने इस बाबत जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा व
मेयर आशा लकड़ा को ज्ञापन भी दिया है. इस अवसर पर बिलकन डांग, सुभाष कोंगाड़ी, रोशन होरो, फिलिप सोय, अगना डांग, प्रभु सहाय सांगा, सुरसेन
सुरीन आिद मौजूद थे.

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