ननकाना साहिब पर पथराव से सिख समाज आक्रोशित
रांची : झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह सेठी ने कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज के जन्म स्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारा में जिस तरह दंगाइयों ने पत्थरबाजी की, उसकी वह कड़ी भर्त्सना करते हैं.
गुरुद्वारा साहिब में पहली बार भजन-कीर्तन नहीं हो पाया. इस घटना से पूरी दुनिया के सिखों में गम और गुस्से का माहौल है. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार का दायित्व है कि गुरुद्वारा साहिब और वहां रहनेवाले सिखों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करे और दोषियों को कड़ी सजा दे. जिस तरह मुस्लिम समाज के लिए मक्का और मदीना पवित्र है, वैसे ही हमारे लिए ननकाना साहिब पवित्र है.
किसी के पवित्र स्थल के साथ ऐसा बर्ताव निंदनीय, अशोभनीय और शर्मनाक है. अगर पाकिस्तान सरकार दोषियों पर कड़ी करवाई नहीं करती है, तो पूरी दुनिया के सिख समाज से वार्ता कर एक साथ ननकाना साहिब के लिए मार्च करेंगे. अगर पाकिस्तान सरकार गुरुद्वारा साहिब की सुरक्षा में असमर्थ है, तो यह इलाका सिख समाज को सौंप दे. सिख समाज इसकी देखरेख और सुरक्षा करने में समर्थ है.
पत्थरबाजी कर सिखों की भावनाओं को किया आहत
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा, रांची
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा, रांची के पूर्व महासचिव हरमिंदर वीर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ ने पत्थरबाजी कर सिखों की भावनाओं को आहत किया है. ऐसी घटना बीमार मानसिकता का प्रतीक है. हम पाकिस्तान सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे. गुरुनानक स्कूल प्रबंधन समिति के संयुक्त सचिव ज्योति सिंह मथारू ने कहा कि ननकाना साहिब में हुई घटना से सिख समाज आहत है.
श्री गुरुनानक सत्संग सभा
पाकिस्तान के ननकाना साहिब में पथराव की घटना पर सिख समुदाय ने निंदा की है. समुदाय ने कहा कि हम पाकिस्तान सरकार से मांग करते हैं कि इस ऐतिहासिक धर्मस्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये. साथ ही हमले में शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाये. गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह बेदी, मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा, महासचिव रामकृष्ण मिढ़ा ने कहा कि इस घटना से पूरा सिख समाज आहत है, केंद्र सरकार इस पर तत्काल एक्शन ले.