झाविमो कार्यसमिति भंग, बाबूलाल मरांडी के फैसले का पार्टी के अंदर ही विरोध
केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक, झाविमो सुप्रीमो गठित करेंगे नयी कमेटी रांची : झारखंड विकास मोरचा की कार्यसमिति भंग कर दी गयी है. रविवार को आयोजित केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कार्यसमिति भंग करने का निर्णय लिया गया. इसके स्थान पर नयी कमेटी बनायी जायेगी. नयी कमेटी बनाने की जिम्मेदारी केंद्रीय कार्यकारिणी ने पार्टी के राष्ट्रीय […]
केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक, झाविमो सुप्रीमो गठित करेंगे नयी कमेटी
रांची : झारखंड विकास मोरचा की कार्यसमिति भंग कर दी गयी है. रविवार को आयोजित केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कार्यसमिति भंग करने का निर्णय लिया गया. इसके स्थान पर नयी कमेटी बनायी जायेगी. नयी कमेटी बनाने की जिम्मेदारी केंद्रीय कार्यकारिणी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को दे दिया है. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप यादव ने कार्यकारिणी भंग करने के प्रस्ताव का विरोध किया है.
उनका तर्क था कि भंग करने के स्थान पर इसके पुनर्गठन की बात होनी चाहिए. बैठक के बाद प्रेस से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि बैठक में चुनाव के बाद और पूर्व की स्थिति पर विचार किया गया. कार्यकर्ताओं ने जिस उत्साह के साथ चुनाव लड़ा, उसका स्वागत किया गया. जनता के जनादेश का सम्मान किया गया. तय किया गया कि झारखंड के हित की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. इसके लिए पार्टी नयी कार्यकारिणी के साथ मैदान में उतरेगी.
2009 से हो रही है इस तरह की चर्चा : क्या बाबूलाल दूसरी पार्टी में जा रहे हैं? इस पर श्री सिंह कहा कि बाबूलाल के दूसरी पार्टियों में जाने की चर्चा 2009 से हो रही है. हर दल इनको अपनी ओर लाने के लिए लालायित रहता है. यह पता चलता है कि झारखंड में इनकी कितनी पूछ है. इस तरह की चर्चा का कोई आधार नहीं है. इस बार फिर इसी तरह की चर्चा हो रही है. क्या कार्यकारिणी में विरोध भी हुआ? पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि पार्टी के अंदर लोकतांत्रिक व्यवस्था है. यहां सबको अपनी बात रखने का अधिकार है.