रांची : राज्यपाल के अभिभाषण के साथ- साथ आज विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया गया. विधानसभा अध्यक्ष के रूप में रवींद्रनाथ महतो को निर्विरोध चुन लिया गया. हेमंत सोरेन, आलमगीर आलम, बाबूलाल मरांडी, सुदेश कुमार महतो, सरयू राय और बिनोद सिंह प्रस्तावक बने. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सीपी सिंह रवींद्रनाथ महतो को स्पीकर की सीट तक लेकर गये और सीट ग्रहण करवाया.
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झारखंड विधानसभा : अध्यक्ष चुने गये, राज्यपाल का अभिभाषण और अनुपूरक बजट ऐसा रहा दूसरा दिन
रांची : राज्यपाल के अभिभाषण के साथ- साथ आज विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया गया. विधानसभा अध्यक्ष के रूप में रवींद्रनाथ महतो को निर्विरोध चुन लिया गया. हेमंत सोरेन, आलमगीर आलम, बाबूलाल मरांडी, सुदेश कुमार महतो, सरयू राय और बिनोद सिंह प्रस्तावक बने. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सीपी सिंह रवींद्रनाथ महतो को स्पीकर की […]
राज्यपाल ने क्या कहा
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अभिभाषण में नयी सरकार की प्राथमिकताओं को सामने रखा. राज्यपाल ने कहा, पिछली सरकार के अच्छे कार्यों को भी आगे बढ़ाएगी. सीएनटी और एसपीटी एक्ट को बहाल रखा जाएगा. सरकार हर घर के दरवाजे पर समृद्धि पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करेगी. आदिवासी विकास के लिए सरकार हर जरुरी कदम उठाएगी.इस मौके पर उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू के कथन का जिक्र करते हुए कहा, आप दीवार के चित्र बदलकर इतिहास के तथ्यों को नहीं बदल सकते.
युवाओं को रोजगार, किसानों को हर संभव सहायता , महिलाओं का सशक्तिकऱण, दलितों और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों एवं सुरक्षा कवचों की रक्षा, भूमिहीनों को जमीन, मजदूरों को सहायता मिलेगी. झारखंड की मूल पहचान है जल, जंगल और जमीन . जंगल में रहने वाले आदिवासियों को संपूर्ण अधिकार मिलेगा. . सरकारी स्कूल को सुविधाएं, क्षेत्रीय भाषा को संरक्षण और प्रसार पर जोर दिया जायेगा. शहीदों के गांव पर भी पर्यटन की दृष्टि से ध्यान दिया जायेगा. राज्यपाल ने कई चीजें गिनायी जिस पर सरकार का ध्यान होना चाहिए.
विधानससभा अध्यक्ष ने क्या कहा-
विधानसभा अध्यक्ष के रूप में रवींद्रनाथ महतो को निर्विरोध चुन गया. उन्होंने आभार जताते हुए कहा, मेरी पहचान सदन के बाहर भले झारखंड मुक्ति मोरचा के सदस्य के रूप में रही हो लेकिन सदन के भीतर मेरे लिए पक्ष और विपक्ष दोनों बराबर रहेंगे. राजनीति में मैंने अपने कद को हमेशा छोटा समझा है. सदन में बहुत सारे ऐसे सदस्य भी हैं जो पहली बार चुनकर आये हैं लेकिन ऐसे भी बहुत सारे सदस्य है जिनका राजनीति में अनुभव मुझसे ज्यादा है. मैं अनुभवी लोगों के मार्गदर्शन की अपेक्षा करता हूं. मेरे सामने दो सदस्य हैं जो पहले इस पद पर बैठ चुके हैं. आलमगीर आलम और सीपी सिंह , दोनों का कार्यकाल शानदार रहा है.
क्या बोले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो न केवल कुशल राजनेता हैं बल्कि एक प्रखर वक्ता भी हैं. इनकी सबसे बड़ी विशेषता ग्रामीण परिवेश की सादगी को अपनाना है. इनका व्यक्तित्व सदैव सबको प्रभावित करता रहा है. हमें पूरी उम्मीद है कि रवींद्रनाथ महतो झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में अपनी कार्यकुशलता, अपने विधायी अनुभव और अपने समन्वय क्षमता से सभी विधायकों के बीच समन्वय बनाते हुए करते हुए पांचवीं विधानसभा का सफलतापूर्वक संचालन करेंगे.
कौन हैं रविंद्र नाथ
रविंद्र नाथ के पिता नाम गोलक बिहारी महतो है वह शिक्षक थे. रविंद्र बड़े पुत्र हैं उनके दूसरे पुत्र का नाम जीव कुमार महतो है. संजीव नाला डिग्री कॉलेज में केमिस्ट्री के प्रोफेसर है रविंद्र नाथ महतो नेउत्कल विश्वविद्यालय भुवनेश्वर से बीएड किया है. प्रारंभिक शिक्षा गांव के महजोड़ी में जबकि जेबीसी से महतो ने मैट्रिक किया. 1978 में उन्होंने एसपी कॉलेज दुमका से आईएससी की शिक्षा पूरी की. महतो ने यहीं से से बायोलॉजी में बीएससी की. सरमा देवी, बेटा कुणाल कंचन, बहु हिना देवी और 3 वर्षीय पौत्र हैं.
अनुपूरक बजट पेश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सह वित्त मंत्री ने सदन में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 4210.08 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया. बजट में सबसे अधिक 951.56 करोड़ रुपये ग्रामीण विकास विभाग को आवंटित किए जाने का प्रस्ताव है. 618.71 करोड़ रुपये गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग तथा 555.56 करोड़ रुपये ऊर्जा विभाग को आवंटित करने का प्रस्ताव है.
क्या है बजट पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
इस बजट पर आजसू (AJSU) ने सवाल उठाते हुए इसे सरकार की जल्दबाजी बताया. आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि जब मूल बजट आना ही था, तो अनुपूरक बजट की आवश्यकता नहीं थी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा कि पिछली सरकार जब साल के अंत मे अनुपूरक बजट लाती थी, तो हो हल्ला करते थे. अब एहसास होगा राज्य की जनता के लिए अनुपूरक बजट जरूरी है तो, बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि तुरंत कुछ भी प्रतिक्रिया बेमानी होगी. बता दें कि साल 2019-20 के दूसरे अनुपूरक बजट पर बुधवार को चर्चा होगी.
पहली बार पहुंचे सदन
इसमें बहुत सारे विधायक ऐसे हैं जो पहली बार चुने गये हैं. इनमें रामेश्वर उरांव, दिनेश विलिमय मरांडी, दीपिका पांडेय सिंह, अंबा प्रसाद, ममता देवी, किशुन कुमार दास, सुदिव्य कुमार, इंद्रजीत महतो, पूर्णिमा सिंह, संजीव सरदार, मंगल कालिंदी, सविता महतो, सोना राम सिंकू, राजेश कच्छप, समरी लाल, जिग्गा सोसारन होरो, कुशवाहा शशिभूषण, पुष्पा देवी, मिथिलेश ठाकुर, भूषण बाड़ा, लंबोदर महतो और समीर मोहंती हालांकि यह शपथ ग्रहण में नहीं आ सके.
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