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जेएनयू में हुई मारपीट की घटना के विरोध में रांची में भी लगे आजादी के नारे, एबीवीपी ने कहा- भारत माता की जय

जेएनयू एलुमिनी ने भी किया विरोध प्रदर्शन रांची : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की घटना के विरोध में राजधानी में दूसरे दिन भी छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा. दूसरे दिन भी एबीवीपी और लेफ्ट विंग के छात्रों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही. शाम पांच बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संगठन के पक्ष […]

जेएनयू एलुमिनी ने भी किया विरोध प्रदर्शन
रांची : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की घटना के विरोध में राजधानी में दूसरे दिन भी छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा. दूसरे दिन भी एबीवीपी और लेफ्ट विंग के छात्रों के बीच टकराव की स्थिति बनी रही. शाम पांच बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने संगठन के पक्ष में विश्वविद्यालय परिसर से अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन किया. जबकि आइसा, एसएफआइ, एआइएसएफ व अन्य इंडीपेंडेंट छात्र संगठनों ने जेएनयू की घटना के विरोध में सैनिक मार्केट से लेकर डेली मार्केट टैक्सी स्टैंड तक पैदल मार्च किया.
मार्च में शामिल छात्रों ने घटना में संलिप्त एबीवीपी कार्यकर्ताओं को गुंडा बताते हुए कहा कि मूकदर्शक रही पुलिस के सामने जेएनयू के छात्रों और अध्यापकों के साथ एबीवीपी के गुंडों ने जिस तरह से बर्बरता की, हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. इस दौरान एबीवीपी समर्थकों ने वामपंथी छात्र संगठनों पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. प्रदर्शन के दौरान मेन रोड में भारी जमावड़े के चलते कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम हो गयी. इसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
रांची में भी मांगी गयी आजादी : कई विश्वविद्यालयों के छात्र और अध्यापक भी जेएनयू छात्र संघ के समर्थन में नारेबाजी करते दिखायी दिये. छात्रों केप्रदर्शन में स्थानीय छात्र संगठनों के साथ ही जामिया, एएमयू और जेएनयू के पूर्व स्टूडेंट्स ने भी उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित की. इस दौरान सीएए औरएनआरसी के स्लोगन लिखे कटआउट्स लिये छात्र प्रदर्शन में शामिल हुए.
विद्यार्थी परिषद ने निकाला आक्रोश मार्च
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रांची महानगर द्वारा जेएनयू में अभाविप के 25 कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किये जाने व मंदिरसमान शैक्षिक संस्थानों को बदनाम करने के विरोध में रांची विवि परिसर से अल्बर्ट एक्का चौक तक आक्रोश मार्च निकाला. परिषद के विवि संयोजन संजयमहतो ने कहा कि देश भर के शैक्षिक संस्थानों में वामपंथियों द्वारा जो कार्य किया जा रहा है, वह निंदनीय है. हम सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे संगठनोंपर प्रतिबंध लगाया जाये. रांची विवि सचिव अमीषा कुमारी ने कहा कि रांची विवि को जेएनयू नहीं बनने दिया जायेगा. मौके पर सोनू कुमार, अनिकेत सिंह,मनीष सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे.
केंद्र के निशाने पर है जेएनयू: एलुमिनी
जेएनयू कैंपस के अंदर विद्यार्थी, शिक्षक व कर्मचारियों पर हमले के विरोध में मंगलवार को जेएनयू एलुमिनी एसोसिएशन, झारखंड चैप्टर नेअलबर्ट एक्का पर विरोध-प्रदर्शन किया़ प्रदर्शन में जेएनयू के कई पूर्व छात्र और बुद्धिजीवी शामिल हुए. मौक पर जेएनयू के पूर्व छात्र व प्रदेश कांग्रेस कमेटीके प्रवक्ता डॉ एम तौसीफ ने कहा कि केंद्र सरकार गुंडों द्वारा विद्यार्थियों की आवाज दबाना चाहती है़ जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आयी है, तब सेशिक्षण संस्थानों को टारगेट किया जा रहा है़ जेएनयू एक ऐसा संस्थान है, जहां के विद्यार्थियों में इतनी जागरूकता है कि देश में कहीं भी किसी परअत्याचार होता है, तो सबसे पहले अपनी आवाज बुलंद करते हैं.
समाजसेवी उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने जेएनयू को निशाने पर ले रखा है़ दक्षिणपंथी ताकतें शिक्षण संस्थानों को नष्ट करना चाहती है़ंएक्सआइएसएस के प्रो हिमाद्री सिन्हा ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में इस तरह की घटना स्वीकार नहीं की जा सकती. एक्सआइएसएस के प्रो आनंदकुमार ने कहा कि जेएनयू की घटना निंदनीय है़ घटना के न्यायिक जांच होनी चाहिए़ प्रदर्शन में मदन लाल महतो, उदय कुमार, रश्मि पिंगुआ, राकेशसिन्हा, नदीम अहमद खान, प्रभात कुमार, इश्तियाक अहमद, राजीव नारायण प्रसाद, संजय तिवारी, नौशाद, राजीव चंद्र राजू, राजीव प्रकाश चौधरी सहित कईलोग मौजूद थे.
बरगलाया जा रहा है युवाओं को : भाजयुमो
छात्र आंदोलन के नाम पर देशद्रोही नारे लग रहे हैं. फ्री कश्मीर के पोस्टर लहराये जा रहे हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा झारखंड प्रदेश इसकीनिंदा करता है. प्रदेश मीडिया प्रभारी संजय पोद्दार ने मंगलवार को कहा कि एक साजिश के तहत छात्र आंदोलन के नाम पर कांग्रेस और वामपंथियों द्वारा देशको विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है. कांग्रेस फूट डालो राज करो की नीति पर काम कर रही है. देश में भय का माहौल तैयार किया जा रहा है.
जेएनयू के वामपंथी विचारधारा के लोगों के कंधों पर बंदूक रख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर विभाजन की राजनीति की जा रही है.
चप्पे-चप्पे पर तैनात थी पुलिस मंगलवार के प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और वाम छात्र संगठन दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए यूनिवर्सिटीगेट पर आमने-सामने आ गये थे. मंगलवार को कई छात्र संगठनों के एक साथ सड़क पर उतरने के चलते वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में बड़ी संख्या मेंसुरक्षाबल की तैनाती की गयी थी. प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के एहतियात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा रहा था कि जब तक एबीवीपी के छात्र अल्बर्टएक्का चौक पर मौजूद रहे, लेफ्ट विंग के छात्रों को सैनिक मार्केट से निकलने नहीं दिया गया.

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