राज्यसभा चुनाव : गठबंधन की एक सीट तय, भाजपा की नैया आजसू और निर्दलीय के भरोसे
रांची : झारखंड से निर्वाचित दो राज्यसभा सांसद का कार्यकाल नौ अप्रैल 2020 को पूरा होगा. इसमें भाजपा समर्थित निर्दलीय सांसद परिमल नथवाणी व राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता शामिल हैं. खाली हो रहे इन दो पदों के लिए मार्च में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद […]
रांची : झारखंड से निर्वाचित दो राज्यसभा सांसद का कार्यकाल नौ अप्रैल 2020 को पूरा होगा. इसमें भाजपा समर्थित निर्दलीय सांसद परिमल नथवाणी व राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता शामिल हैं. खाली हो रहे इन दो पदों के लिए मार्च में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक परिस्थितियां बदल गयी हैं.
विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार महागठबंधन से राज्यसभा एक सांसद का चुना जाना तय है. सांसद के निर्वाचन के लिए 28 विधायकों के फर्स्ट प्रिफरेंस के वोट चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से दुमका सीट छोड़ने की वजह से फिलहाल झामुमो के पास विधायकों की संख्या 29 है.
ऐसे में झामुमो किसी एक व्यक्ति को आसानी से राज्यसभा भेज सकता है. महागठबंधन दूसरा सीट निकालना चाहे, तो उसे पुख्ता रणनीति की जरूरत होगी़ दूसरी सीट के लिए गठबंधन व भाजपा के बीच संख्या बल जुटाने की चुनौती है. फिलहाल भाजपा के पास विधायकों की संख्या 25 है. ऐसे में उसे कम-कम दो विधायकों के समर्थन की आवश्यकता पड़ेगी.
आजसू के साथ हो जाने के भाजपा की राह आसान हो सकती है. भाजपा समर्थित उम्मीदवार को जितने के लिए हर हाल में 27 वोट चाहिए़ ऐसे में आजसू या फिर निर्दलीय की जरूरत पड़ेगी़ वहीं दूसरी तरफ गठबंधन को दूसरे सीट पर अपने पाले में करने के लिए कांग्रेस, राजद, झाविमो, निर्दलीय, माले व एनसीपी विधायकों का साथ लेना होगा.
खत्म हो रहा इनका कार्यकाल
राज्यसभा की दो सीटों पर अप्रैल में चुनाव संभव, अपने बूते एक सीट निकाल सकता है झामुमो
भाजपा को आजसू का लेना होगा हर हाल में साथ और निर्दलीय की भूमिका भी होगी महत्वपूर्ण
वर्तमान विधानसभा में दलगत स्थिति
झामुमो 29 (हेमंत सोरेन द्वारा दुमका सीट छोड़ने के बाद)
भाजपा 25
कांग्रेस 16
राजद 01
झाविमो 03
आजसू 02
निर्दलीय 02
एनसीपी 01
माले 01