रांची : मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए नाबालिग को खरीदने से संबंधित सबसे अधिक मामले झारखंड में दर्ज किये गये. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट इस तथ्य की पुष्टि करती है. यह रिपोर्ट वर्ष 2018 में जुटाये गये आंकड़ों के आधार पर तैयार की गयी है. एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में देश भर में मानव तस्करी को लेकर कुल 2367 केस दर्ज किये गये थे.
इनमें सबसे अधिक 373 मामले झारखंड के थे. दर्ज मामलों में 18 वर्ष से कम उम्र के 17 नाबालिग लड़के और 314 नाबालिग लड़कियां मानव तस्करी का शिकार हुई थीं. जबकि, 18 वर्ष से अधिक के 24 युवक और 78 युवतियां मानव तस्करी का शिकार हुईं. इस तरह कुल 433 लोग मानव तस्करी के शिकार हुए. पुलिस ने वर्ष 2018 में ट्रैफिकिंग के शिकार 158 लोगों को मुक्त कराया.
इनमें 18 वर्ष से कम उम्र के 13 नाबालिग लड़के और 90 लड़कियां थीं. जबकि 18 वर्ष से अधिक उम्र के 11 लड़के और 44 लड़कियां थीं. 58 लोग फोर्स लेबर के लिए मानव तस्करी का शिकार हुए थे. 18 लोग देह व्यापार व शारीरिक शोषण के लिए, 34 लोग घरेलू कामकाज के लिए और 32 लोग बलपूर्वक शादी के लिए मानव तस्करी के शिकार हुए थे. झारखंड में सात लोग भीख मंगवाने लिए भी मानव तस्करी के शिकार हुए थे.
झारखंड में देह व्यापार के लिए नाबालिग को खरीदने का सबसे अधिक मामला : एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में देह व्यापार के लिए नाबालिग को खरीदने से संबंधित कुल आठ मामले दर्ज किये गये. इसमें सबसे अधिक मामले झारखंड में दर्ज किये गये थे. वर्ष 2017 में नाबालिग को देह व्यापार के लिए खरीदने से संबंधित तीन मामले दर्ज किये गये थे.
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट झारखंड के हालात बयां कर रही है. मानव तस्करी राज्य के माथे पर लगा ऐसा कलंक है, जिसको मिटाना जरूरी है. पर इस राज्य की दुर्दशा ऐसी है कि यहां पद्मश्री अवार्ड ले चुके सिमोन उरांव की भी दो पोतियों को दिल्ली जाकर दाई का काम करना पड़ रहा है.
- 2018 के आंकड़ों के आधार पर तैयार की गयी है िरपोर्ट
- 2367 मानव तस्करी के मामले दर्ज हुए वर्ष 2018 में देश भर में
- 373 मामले झारखंड के थे इस साल, देश भर में सबसे ज्यादा
पंजाब में गुमला की दो लड़कियों से कराया जाता था देह व्यापार
गुमला. पंजाब में गुमला की दो लड़कियों का देह व्यापार कराया जाता था. कई महीनों से लड़कियां पंजाब में थीं. सूचना मिलने पर दोनों को पंजाब से मुक्त करा कर गुमला लाया गया. गुरुवार को गुमला आने के बाद दोनों लड़कियों ने गुमला एसपी अंजनी झा को घटना की जानकारी देते हुए प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. दोनों लड़कियों को काम के बहाने पंजाब में ले जाकर उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा था.