करवट ले रही झारखंड की राजनीति : बाबूलाल मरांडी जायेंगे भाजपा में, ”घर वापसी” की हो रही तैयारी

रांची : झारखंड की राजनीति तेजी से करवट ले रही है. राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी के घर वापसी की तैयारी हो रही है. उनका भाजपा में वापस आना तय माना जा रहा है. पांच जनवरी को श्री मरांडी ने झाविमो कार्यसमिति भंग भी कर दी है. इधर, भाजपा में पार्टी के विलय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2020 2:51 AM

रांची : झारखंड की राजनीति तेजी से करवट ले रही है. राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी के घर वापसी की तैयारी हो रही है. उनका भाजपा में वापस आना तय माना जा रहा है. पांच जनवरी को श्री मरांडी ने झाविमो कार्यसमिति भंग भी कर दी है. इधर, भाजपा में पार्टी के विलय को लेकर झाविमो के वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षों के बीच रायशुमारी भी चल रही है.

पार्टी के कार्यालय सचिव रहे विनोद शर्मा के पास कई नेताओं ने अपना लिखित पक्ष दिया है. नेताओं ने लिख कर दिया है कि वह (बाबूलाल मरांडी) जो भी निर्णय लेंगे, साथ हैं. वहीं, कुछ नेताओं ने असहमति भी जतायी है. श्री मरांडी फिलहाल विदेश यात्रा पर हैं. वे 16 जनवरी को रांची लौटेंगे. इसके बाद भाजपा में जाने की तिथि तय होगी.
पार्टी सूत्रों के अनुसार श्री मरांडी प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनना चाहते हैं. वह संगठन की जिम्मेदारी लेंगे. श्री मरांडी भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से उनकी बातचीत हुई है. भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव इस बदलते राजनीतिक केंद्र की धुरी हैं.
विधायक पद से इस्तीफा देकर शामिल होने का विकल्प खुला
पार्टी सूत्रों के अनुसार श्री मरांडी के अकेले भाजपा में जाने से कानूनी अड़चन को दूर करने का प्रयास भी किया जा रहा है. श्री मरांडी के विधायक पद से इस्तीफा देकर शामिल होने के विकल्प पर मंथन हो रहा है. इस पर फैसला बाबूलाल मरांडी को लेना है. पूर्व में जिस तरह का श्री मरांडी ने स्टैंड लिया है, उससे यह अटकलें लग रही है कि वह विधायक पद छोड़ कर एक राजनीतिक संदेश देना चाहेंगे.
प्रदीप यादव-बंधु तिर्की होंगे किधर, लग रही अटकलें
झाविमो में श्री मरांडी के अलावा प्रदीप यादव व बंधु तिर्की चुनाव जीत कर आये हैं. राजनीतिक गलियारे में श्री यादव और श्री तिर्की के राजनीतिक स्टैंड को लेकर अटकलें लग रही हैं. श्री तिर्की की कांग्रेस से नजदीकी है.
वहीं, श्री मरांडी अपने दूसरे विधायक श्री यादव को लेकर भाजपा में जाना चाहते हैं. झाविमो ने श्री यादव के लिए प्रतिपक्ष के नेता की मांग रखी है. श्री मरांडी ने भी भाजपा के आला नेताओं से इसपर बात की है. भाजपा इसको लेकर फिलहाल तैयार नहीं है.
प्रदीप यादव ने उठाया दसवीं अनुसूची का मामला
विधायक प्रदीप यादव फिलहाल दिल्ली में हैं. राजनीतिक घटनाक्रम के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि हमने कोई निर्णय नहीं लिया है. लेकिन, पार्टी के अंदर चल रही गतिविधियां, नेताओं के साथ हुई बातचीत से लग रहा है कि पार्टी मर्जर की दिशा में बढ़ रही है.
जहां तक मेरी जानकारी है पार्टी का मर्जर तभी माना जायेगा, जब जीते हुए सदस्यों में दो-तिहाई के एक साथ किसी पार्टी में जाते हैं. ऐसा नहीं हुआ, तो 10वीं अनुसूची का उल्लंघन होगा.
करवट ले रही झारखंड की राजनीति
  • फिलहाल विदेश यात्रा पर हैं बाबूलाल, 16 को लौटेंगे रांची, उसके बाद तय होगी तिथि
  • सदन में प्रतिपक्ष का नेता नहीं, बल्कि पार्टी संगठन की जिम्मेदारी ले सकते हैं मरांडी
  • भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से हुई है बाबूलाल मरांडी की बातचीत

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