10 और पीएचसी का संचालन निजी हाथों में
संजय, रांची : पहले 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के संचालन का काम गैर सरकारी संस्थाओं व ट्रस्ट को देने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब 10 अन्य पीएचसी के संचालन का जिम्मा भी विभिन्न एनजीओ या ट्रस्ट को दे दिया है. चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों की कमी तथा संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों का ऑपरेशन व […]
संजय, रांची : पहले 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के संचालन का काम गैर सरकारी संस्थाओं व ट्रस्ट को देने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब 10 अन्य पीएचसी के संचालन का जिम्मा भी विभिन्न एनजीओ या ट्रस्ट को दे दिया है. चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों की कमी तथा संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों का ऑपरेशन व ओपीडी संबंधी प्रदर्शन बेहतर न होने के कारण ऐसा किया जा रहा है.
संबंधित पीएचसी में जरूरी चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की जिम्मेवारी संस्थाओं की होगी. इसके लिए केंद्र सरकार प्रति पीएचसी प्रति वर्ष 55 लाख रुपये का भुगतान करेगी. पहले से इतनी ही रकम संस्थाओं को दी जा रही है. इसके साथ ही सभी पीएचसी में मरीजों को नि:शुल्क दी जाने वाली जेनेरिक दवाएं भी स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करायेगा.
गौरतलब है कि कल्याण विभाग भी अपने नौ मेसो अस्पताल का संचालन गैर सरकारी संस्थाओं व ट्रस्ट के माध्यम से करा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के पीएचसी का संचालन करने वाली कई संस्थाएं मेसो अस्पतालों का भी संचालन कर रही हैं. इनमें सिटीजन फाउंडेशन व रिंची ट्रस्ट सहित अन्य संस्थाएं शामिल हैं. अब अतिरिक्त पीएचसी संचालन का काम भी इन्हें मिला है.
इनको मिला पीएचसी के संचालन का काम : सिटीजन फाउंडेशन को (बासकुली दुमका, जोवांग लोहरदगा, पथुरिया बोकारो, हरियांझा सरायकेला तथा किनकेल सिमडेगा), रिंची ट्रस्ट को पलामू का गोराधीखास, रांची का गुरगी तथा हजारीबाग का हरली) और एचएलएफपीपीटी को रैकिनारी (दुमका) व पकबर (जामताड़ा) के संचालन का जिम्मा मिला.
संस्थाओं द्वारा पहले से संचालित पीएचसी
चतरोचट्टी गोमिया (बोकारो), चिरकुंडा निरसा (धनबाद), अंबोना निरसा (धनबाद), बाकुलचंडा गम्हरिया (पू.सिंहभूम), मिरजागंज जमुआ (गिरिडीह), बालहारा राजधनवार (गिरिडीह), कुरगी सिसई (गुमला), साराकुंडा नाला (जामताड़ा), पेसरार किस्को (लोहरदगा), उगरा सेन्हा (लोहरदगा) तथा टोंटो टोंटो (प सिंहभूम) सहित गिरिडीह जिले के दो पीएचसी.