रांची : पूर्व मुख्यमंत्री व झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के भाजपा में जाने और झाविमो के भाजपा में विलय की अटकलें तेज हो गयी हैं. फिलहाल, श्री मरांडी विदेश यात्रा पर हैं. प्रभात खबर ने इन तमाम अटकलों पर उनसे बातचीत की. इस दौरान श्री मरांडी ने दो टूक कहा : अभी ऐसी कोई बात नहीं है.
भाजपा में पद के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने जीवन में कभी किसी से पद नहीं मांगा. राजनीति में हमने कभी सौदेबाजी नहीं की. अपने सांगठनिक कुशलता और काम से जो मिला, उससे संतुष्ट रहा. मेरी पार्टी के विधायक कांग्रेस के साथ जाना चाहते थे. चुनाव जीतने के बाद विधायकों ने मेरे साथ पहली मुलाकात में कहा था कि हमें कांग्रेस के साथ जाना चाहिए. इसके बाद हेमंत सोरेन सरकार को समर्थन दिया गया. लेकिन, मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से कांग्रेस में जाना संभव नहीं है.
आगे मरांडी ने कहा किविलय करना होगा या जाना होगा, तो भाजपा मेरी प्राथमिकता होगी. राजनीति के इस पड़ाव में कांग्रेस में जाकर सीखना नहीं है. मेरी स्वाभाविक पसंद भाजपा होगी.
श्री मरांडी ने यह भी कहा : मैंने कभी किसी से कोई पद नहीं मांगा है और न किसी के लिए मांग सकता हूं. यह मेरी फितरत नहीं रही है. उन्होंने कहा कि राजनीति में अटकलें लगती रहती हैं. फिलहाल कई मामलों का पटाक्षेप होना बाकी है. पार्टी के कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा.