ग्रिड अपग्रेडेशन जारी, अभी शहर में रहेगा बिजली संकट

हटिया, नामकुम, कांके के पुराने ग्रिड को किया जा रहा अपग्रेड 18, 20 और 22 जनवरी को मेगा पावर ब्लॉक लेने की हो रही तैयारी रांची : राजधानी के बिजली उपभोक्ताओं को इस महीने कुछ और दिन विद्युत संकट का सामना करना पड़ेगा. झारखंड बिजली संचरण निगम इस महीने की 18, 20 और 22 जनवरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2020 2:08 AM
  • हटिया, नामकुम, कांके के पुराने ग्रिड को किया जा रहा अपग्रेड
  • 18, 20 और 22 जनवरी को मेगा पावर ब्लॉक लेने की हो रही तैयारी
रांची : राजधानी के बिजली उपभोक्ताओं को इस महीने कुछ और दिन विद्युत संकट का सामना करना पड़ेगा. झारखंड बिजली संचरण निगम इस महीने की 18, 20 और 22 जनवरी को मेगा पावर ब्लॉक लेने की योजना तैयार की है.आपको बता दें कि केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग की पहल पर पावर सिस्टम डेवलपमेंट फंड (पीएसडीएफ) योजना के तहत रांची के हटिया, नामकुम, कांके के पुराने ग्रिड को अपग्रेड किया जा रहा है. फिलहाल हटिया वन और टू ग्रिड को अपग्रेड किया जा रहा है.
हाल के दिनों में पांच दिन मेगा पावर ब्लाॅक लेकर ग्रिड के आइसोलेटर और ब्रेकर जैसे इक्विपमेंट्स को बदला गया है. झारखंड बिजली संचरण निगम के उप महाप्रबंधक के अनुसार, पुराने ग्रिड को अपग्रेड करने का काम पूरा किया जा रहा है, ताकि ग्रिड में खराबी के कारण जो बिजली आपूर्ति बाधित होती है, उसे ठीक किया जा सके.
सालों पुराने हैं ग्रिड, आधुनिक उपकरण लगेंगे : ग्रिड पुराने हो चुके हैं, उनमें जो टूल्स और पार्ट्स लगे हैं वो भी पुराने हो चुके हैं. इस कारण फुल लोड बिजली मिलती है, लेकिन ग्रिड में खराबी आ जाने से सब-स्टेशन तक बिजली नहीं पहुंच पाती है.
नतीजतन, कई घंटे लोग अंधेरे में रहते हैं. यह सारा काम चार फेज में पूरा किया जाना है. पुराने ग्रिड को अपग्रेड करके उसके अंदर लगे मैन्यूअल उपकरणों को माॅर्डन सिस्टम से बदल कर उसे नये कंट्रोल रूम से जोड़ा जाना है.
पिस्का मोड़ इलाके में बदले जायेंगे ट्रांसफॉर्मर-तार और जर्जर खंभे
रांची : आइटीआइ सबस्टेशन से जुड़े लोगों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति हो सके, इसे लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की ओर से व्यापक पैमाने पर बदलाव की योजना तैयार की गयी है. पिस्का मोड़-रातू रोड इलाके में बिजली की आंखमिचौनी खत्म करने के लिए जेबीवीएनएल के अधिकारियों ने बुधवार को इलाके का औचक निरीक्षण किया.
इस दौरान विभाग के अधिकारियों और उपभोक्ताओं से बातचीत कर ऐसे इलाकों की पहचान की गयी, जहां आमतौर पर सबसे ज्यादा बिजली संकट है. इलाके का मुआयना करने के बाद एक विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. फ्रेंड्स कॉलोनी में पुराने 200 केवीए के ट्रांसफार्मर को 500 केवीए में बदला जाएगा.
फरवरी तक पूरा होगा काम : पिस्का मोड़ इलाके में बिजली आपूर्ति सेवा दुरुस्त करने के उद्देश्य से काम शुरू कर दिया गया है. धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर दी गयी है, फरवरी के अंत तक इस काम को पूरा कर लेने की योजना है. इसके तहत इलाके के सभी जर्जर तार और पोल बदले जाएंगे.
इसके अलावा कुछ स्थानों पर ज्यादा क्षमता के ट्रांसफार्मर और एलटी-एवी केबलिंग किये जाने का भी प्रस्ताव है. इससे जहां बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा, तार टूटने, फ्यूज उड़ने सहित अन्य समस्याओं से उपभोक्ताओं को निजात मिल पाएगी.
इलाके में आ रहे बिजली संकट को दूर करने के
लिए बिजली विभाग ने किया स्थल निरीक्षण
यहां लगाये जायेंगे उच्च क्षमता के ट्रांसफॉर्मर
राजेंद्र चौक स्थित तिवारी वेचर, मेकन कॉलोनी, वृंदावन कॉलोनी, लोहा सिंह मार्ग, देवी मंडप रोड, कुंभा टोली, पंचशील नगर, डिफेंस कॉलोनी, तीनवाला, शांति नगर, फ्रेंड्स कॉलोनी, इस्ट देवी मंडप, कमड़े टोयोटा शोरूम, पिस्का मोड़, सूर्य नगर, तिलता और लक्ष्मी नगर.
इन इलाकों में बदलेंगे जर्जर तार व पुराने पोल
सरोवर नगर : दो किलोमीटर, शारदा नगर : चार किलोमीटर, बैंक कॉलोनी : छह किलोमीटर, लक्ष्मीनगर : पांच किलोमीटर, ओटीसी ग्राउंड : दो किलोमीटर, बांसटोली : चार किलोमीटर, मनेर ढाबा : चार किलोमीटर, डिफेंस कॉलोनी : दो किलोमीटर, सहदेव नगर-कटहल मोड़ : 10 किलोमीटर, मानसरोवर कॉलोनी : दो किलोमीटर, खादगढ़ा के पीछे : तीन किलोमीटर, तिलता नगर-रिंग रोड : चार किलोमीटर, होली चाइल्ड स्कूल के पास : चार किलोमीटर, वनहौरा के पास : तीन किलोमीटर जर्जर तारों को कवर्ड वायर में बदला जाना है.
उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद शहर की बदहाल बिजली आपूर्ति वाले इलाकों की पहचान की गयी है. पुराने उपकरणों के चलते बिजली आपूर्ति दुरुस्त रख पाने में काफी असुविधा होती थी.
प्रभात कुमार श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता, रांची विद्युत प्रक्षेत्र

Next Article

Exit mobile version