सिल्ली का मामला : नहीं मिला ममता वाहन, टेंपो में बच्चे का जन्म, मां की मौत
सिल्ली का मामला : अस्पताल पहुंचने पर स्ट्रेचर भी नहीं मिला, टांग कर ले गये लेबर रूम, देर से पहुंचे डॉक्टर सिल्ली : सिल्ली के रामपुर गावं के टेटेबन्दा निवासी संगीता देवी (37) की प्रसव के बाद मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, संगीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने सहिया वीणा देवी […]
सिल्ली का मामला : अस्पताल पहुंचने पर स्ट्रेचर भी नहीं मिला, टांग कर ले गये लेबर रूम, देर से पहुंचे डॉक्टर
सिल्ली : सिल्ली के रामपुर गावं के टेटेबन्दा निवासी संगीता देवी (37) की प्रसव के बाद मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार, संगीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने सहिया वीणा देवी को सूचना दी. ममता वाहन नहीं मिलने पर परिजन उसे टेंपो से लेकर अस्पताल ले जाने लगे. इसी दौरान रास्ते में संगीता देवी ने बच्चे को जन्म दिया. इसी दौरान संगीता देवी की स्थिति बिगड़ने लगी.
आनन-फानन में उसे लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे. उस वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ऊपरी तल्ले पर थे. उनको सूचना देकर नीचे बुलाया गया. जच्चा और बच्चा को लेबर रूम तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर भी नहीं मिला. परिजन संगीता देवी को टांग कर लेबर रूम ले गये. वहां चिकित्सकों ने संगीता को मृत घोषित कर दिया. वहीं ड्यूटी पर तैनात नर्सों ने बताया कि स्ट्रेचर एक ही था, जो अन्य प्रसव के केस में लगा था, इसलिए लाने में देरी हुई.
एएनएम का पक्ष : इस मामले में रामपुर की सीएचओ पिंकी कुमारी और एएनएम गायत्री कुमारी ने बताया कि पांच बच्चे होने बाद भी संगीता नियमित टीकाकरण के लिए नहीं आती थी. सहिया वीणा देवी ने भी बताया कि उसे कई बार बंध्याकरण की सलाह दी गयी, परंतु उसने इनकार कर दिया था. नियमित जांच के लिए बुलाने पर भी आंगनबाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं आती थी. पति ने बताया है कि संगीता तीन महीनों से अपने मायके में रह रही थी. इसलिए उसकी नियमित जांच नहीं हो पायी.