रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से राजभवन में मिलकर पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा जंगल में सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या के मामले की जानकारी दी. साथ ही मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को होने वाले मंत्रीमंडल विस्तार के लिए समय भी मांगा.
मालूम हो गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा में पत्थलगड़ी के समर्थकों ने इसका विरोध कर रहे 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी. कुछ लोग अब भी लापता हैं. मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने 21 घंटे के अंदर सभी शव बरामद करने में सफलता पायी. 21 जनवरी की शाम तीन बजे पुलिस को सूचना मिली कि बुरुगुलीकेरा जंगल में सात लोगों की हत्या की गयी है.
इसके बाद एसपी इंद्रजीत महथा, अभियान एसपी प्रणव आनंद, चाईबासा डीएसपी अमर पांडेय, सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमाडेंट आनंद जेराई, द्वितीय कमाडेंट राजू डी नायक के नेतृत्व में शव को तलाशने के लिए अभियान चलाया गया. रात में शव को खोजना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी थी, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी. रातभर दुर्गम बीहड़ जंगल में करीब 300 की संख्या में जिला पुलिस व सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान शव खोजने में जुटे रहे.
अंतत: पुलिस को सात लोगों का सिर कटा शव जंगल में मिला. सभी शव सात से दस मीटर की दूरी पर मिले. शव का सिर और धड़ अलग-अलग स्थानों में पड़ा था.सभी शव क्षत-विक्षत अवस्था में थे. वहीं सभी के सिर और धड़ अलग-अलग फेंके गये थे. सातों की हत्या निर्मम रूप से की गयी थी. शव मिलने के बाद पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती थी- सिर और धड़ का मिलान करना. सभी के शव को सिर और धड़ अलग-अलग जगहों पर फेंका गया था. पुलिस ने पहले सभी सिर को एक कपड़ा में इकट्ठा किया. इसके बाद सभी धड़ को एक जगह किया.