बाबूलाल ने UPA से तोड़ा नाता, बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के कांग्रेस में जाने पर अब भी संशय
प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता पद से हटाया गया तेजी से भाजपा में विलय की ओर बढ़ रहा है झाविमो रांची : राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. झाविमो तेजी से भाजपा की ओर बढ़ रहा है. झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को यूपीए से नाता तोड़ लिया है. […]
प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता पद से हटाया गया
तेजी से भाजपा में विलय की ओर बढ़ रहा है झाविमो
रांची : राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. झाविमो तेजी से भाजपा की ओर बढ़ रहा है. झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को यूपीए से नाता तोड़ लिया है.
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर यूपीए से समर्थन वापस ले लिया है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी झाविमो विधायकों को तोड़कर अपने दल में शामिल कराने की कोशिश कर रही है. इसके चलते हमें सरकार को समर्थन देने के मामले में पुनर्विचार करना पड़ा और हमने समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया है. झाविमो के तीन विधायक सदन में हैं.
बाबूलाल मरांडी ने दूसरा बड़ा कदम उठाते हुए प्रदीप यादव को झाविमो विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. झाविमो ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को भी सूचना दे दी है. श्री यादव और झाविमो विधायक बंधु तिर्की भाजपा में विलय के पक्ष में नहीं हैं. इन दोनों विधायकों ने गुरुवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर अपनी भावी राजनीति का संकेत भी दे दिया है. बदलते घटनाक्रम को देखते हुए श्री मरांडी ने प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है.
इधर, श्री यादव ने पार्टी अध्यक्ष श्री मरांडी के इस फैसले पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि विधायक दल की कोई बैठक नहीं हुई है. मुझे पद से हटाया गया है, इसकी सूचना भी नहीं दी गयी है. विधायक दल का नेता पार्टी नहीं, बल्कि विधायकों का दल चुनता है. विधायक दल के नेता पद से किसी को हटाने के पहले विधायक दल की बैठक होनी चाहिए. ऐसी किसी बैठक की सूचना मुझे नहीं दी गयी है.
विलय के लिए कागजी कार्यवाही करने में जुटी है पार्टी
भाजपा में झाविमो के विलय को लेकर तकनीकी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है. झाविमो विलय के लिए कागजी कार्यवाही करने में जुटी है. पार्टी फंड और आयकर रिटर्न से लेकर दूसरी सभी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही है. बाबूलाल मरांडी ने नयी कार्यकारिणी का गठन कर दिया है. अब इसके माध्यम से भाजपा में विलय का प्रस्ताव तैयार कर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जायेगा. उसके बाद विलय की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के कांग्रेस में जाने पर अब भी संशय
झाविमो से निष्कासित विधायक बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के कांग्रेस में विधिवत शामिल होने को लेकर कुछ तकनीकी अड़चनें हैं. दोनों विधायक अड़चन दूर करने में लगे हैं. इस मामले को लेकर विधायक कानूनी सलाह ले रहे हैं. निष्कासित विधायक के रूप में बंधु तिर्की कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं या नहीं, इस पक्ष को भी देखा जा रहा है.
28 को संभावित है कैबिनेट विस्तार
रांची : हेमंत सरकार का कैबिनेट विस्तार 28 जनवरी को संभावित है. कांग्रेस अब भी पांच मंत्री पद पर अड़ी है. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने इस मुद्दे पर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की है. साथ ही गुरुवार शाम सीएम हेमंत सोरेन से भी बातचीत की है. कांग्रेस के मंत्री पद का पूरा मामला अब सोनिया गांधी के पास है.
26 जनवरी के बाद ही इस पर अंतिम फैसला होने की उम्मीद है. इधर, मंत्री पद को लेकर झामुमो के अंदर भी पेच है. झामुमो भी क्षेत्रीय और जातीय समीकरण बैठाने को लेकर परेशान है. उधर, बंधु तिर्की और प्रदीप यादव को लेकर अभी फैसला होने की उम्मीद कम है. दोनों विधायकों के कांग्रेस की सदस्यता लेने पर भी कानूनी अड़चनों की वजह से संशय बताया जा रही है. सूत्र बताते हैं कि दोनों को तुरंत सरकार में एडजस्ट नहीं किया जा रहा है.