रांची : घटनाओं को अंजाम दे रहे जेल से निकले और फरार अपराधी

रांची : राजधानी में हाल के दिनों में जेल से निकले और फरार अपराधी बड़ी घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के साथ-साथ एसएसपी पहले से थानेदारों को हिदायत देते रहे हैं, इसके बावजूद घटनाएं हुई हैं. इससे स्पष्ट है कि जमानत पर निकले अपराधी और फरार अपराधियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2020 8:34 AM
रांची : राजधानी में हाल के दिनों में जेल से निकले और फरार अपराधी बड़ी घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने के साथ-साथ एसएसपी पहले से थानेदारों को हिदायत देते रहे हैं, इसके बावजूद घटनाएं हुई हैं. इससे स्पष्ट है कि जमानत पर निकले अपराधी और फरार अपराधियों पर निगरानी रखने का सिस्टम फेल है.
अगर अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही होती, तो घटनाएं रोकी जा सकती थीं. हाल के दिनों में दो बड़ी हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे पुनई उरांव का नाम सामने आया. वह पहले से उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ से जुड़ा है और वर्ष 2018 से ही पुलिस की नजर में फरार है. हत्याकांड को अंजाम देने के पहले वह रातू थाना क्षेत्र के काठीटांड़ में रहता था. घटना को अंजाम दिलवाने और काठीटांड़ से भागने के बाद पुलिस उसकी तलाश में रेस हो गयी है.
19 नवंबर 2019 को रिमांड में पूछताछ के दौरान पीएलएफआइ उग्रवादी अखिलेश गोप ने पुलिस को पुनई उरांव के बारे में बताया था. उसने बताया था कि अक्तूबर 2018 में दिनेश गोप के निर्देश पर नगड़ी में बाबू खान की हत्या पुनई उरांव, सन्नी, योगेंद्र और कुंवर उरांव के साथ मिलकर की थी.
अपराधी बढ़े हैं, इसलिए है निगरानी में समस्या
जमानत पर निकले और फरार अपराधियों की गतिविधि पर निगरानी रखी जाती है. आकाश खलखो और पुनई उरांव पर भी नजर रखी जा रही थी. आकाश को समय-समय पर थाना बुलाया जाता था, लेकिन घटनाएं हुई हैं. इसलिए कहा जाता सकता है कि ठीक से निगरानी रखने का काम नहीं किया गया है. वर्तमान में कई अपराधी बढ़े हैं. इसलिए भी निगरानी में थोड़ी समस्या आ रही होगी.
ऋषभ कुमार झा, ग्रामीण एसपी, रांची

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