चिकित्सा क्षेत्र में मानव संसाधन की कमी
नयी दिल्ली. सरकार ने कहा कि देश में चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों समेत मानव संसाधन की कमी है और इसे पूरा करने के लिए मेडिकल कॉलेजों के उन्नयन, नये एम्स की स्थापना जैसी पहल कर रही है. लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘ […]
नयी दिल्ली. सरकार ने कहा कि देश में चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों समेत मानव संसाधन की कमी है और इसे पूरा करने के लिए मेडिकल कॉलेजों के उन्नयन, नये एम्स की स्थापना जैसी पहल कर रही है. लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा, ‘ देश में चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों समेत मानव संसाधन की कमी है. इसके लिए कदम उठाये हा रहे हैं जो विभिन्न चरणों में हैं.’ उन्होंने कहा कि राज्यों में मेडिकल कॉलेजों का उन्नयन कर उन्हें बड़ा बनाने की पहल की जा रही है, ताकि अधिक जरूरत के अनुरूप चिकित्सा मानव संसाधन को बढ़ाया जा सके. इसी के साथ जिला स्तरीय अस्पतालों को सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल में बदलने की भी पहल की जा रही है, ताकि स्नातक चिकित्सा एवं कोर्स का विस्तार किया जा सके.डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में इस बात के प्रयास किये जा रहें है कि विशेषज्ञ डॉक्टरों को सेवा देने पर अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जा सके. इसके अलावा देश भर में एम्स स्थापित करने की पहल की जा रही है. मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ऐसे प्रयासों में राज्यों को वित्तीय मदद करती है, योजनाएं बनाती है लेकिन इन्हें लागू राज्य सरकार करती हैं.