पत्थलगड़ी : बोले रामेश्वर उरांव- गुजरात में आदिवासियों को दिये जा रहे प्रशिक्षण पर केंद्र सरकार करे कार्रवाई

रांची : वित्त मंत्री सह खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री रामेश्वर उरांव ने पत्थलगड़ी मामले में कहा कि गुजरात में आदिवासियों को प्रशिक्षण देकर उनके बीच भ्रम फैलाया जा रहा है. उन्होंने गुजरात सरकार और केंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2020 7:21 AM
रांची : वित्त मंत्री सह खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री रामेश्वर उरांव ने पत्थलगड़ी मामले में कहा कि गुजरात में आदिवासियों को प्रशिक्षण देकर उनके बीच भ्रम फैलाया जा रहा है. उन्होंने गुजरात सरकार और केंद्र सरकार से इस पर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी कोई समस्या नहीं, बल्कि आदिवासियों की एक परंपरा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह इस मामले में भ्रम फैलाया जा रहा है, वह सही नहीं है.
श्री उरांव ने कहा कि वह खुद एक आदिवासी हैं और वह आदिवासियों के मन मिजाज को अच्छी तरह से जानते हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाईबासा में चार साल तक एसपी के पद पर रह चुका हूं. गांव-गांव में गया हूं.
चाईबासा में हुए नृशंस हत्याकांड को पत्थलगड़ी से जोड़े जाने पर आपत्ति करते हुए उरांव ने कहा कि इस घटना के साथ पत्थलगड़ी शब्द का प्रयोग करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण परिवेश में पत्थलगड़ी अलग-अलग तरीके से परिभाषित की गयी है. गुजरात में झारखंड के आदिवासियों को पत्थलगड़ी पर प्रशिक्षण दिये जाने के सवाल पर श्री उरांव ने कहा कि गुजरात के नर्मदा जिले में आदिवासी जिस थ्योरी को लेकर चल रहे हैं, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी थ्योरी पर कोई नहीं चलेगा.
उनकी थ्योरी यह है कि जब आदिवासियों के क्षेत्र में ब्रिटिश कानून समाप्त हो गया तब आदिवासी स्वतंत्र हो गये और वो इलाके उनके शासन में आ गये. मैं तो यह बात नहीं जानता कि ऐसा कौन कानून है. वह खुद उसके समर्थक नहीं हैं. नर्मदा में जो गुरुजी ट्रेनिंग दे रहे हैं, उसे तो सरकार को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार और केंद्र सरकार देखे कि आदिवासियों के बीच में भ्रम कहां से पैदा हो रहा है.
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. गुदड़ी के इलाके में आधार कार्ड जलाने और राशन कार्ड जलाने की क्या जरूरत थी. उन्होंने कहा कि गुजरात में दी जानेवाली ऐसी ट्रेनिंग बंद हो. खूंटी में जब पत्थलगड़ी की घटनाएं हो रही थी तब भी उन्होंने उस इलाके का दौरा किया था. गृह सचिव को पत्र लिखा था कि वह इस मामले में गुजरात सरकार से बात करें.
गुजरात के नर्मदा जिले में आदिवासी जिस थ्योरी को लेकर चल रहे हैं, वह सही नहीं
झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने पदभार ग्रहण किया
पत्थलगड़ी कोई समस्या नहीं, बल्कि आदिवासियों की एक परंपरा है
गुजरात सरकार व केंद्र सरकार देखे कि भ्रम कहां से पैदा हो रहा है
चाईबासा में नरसंहार पर पीएम मोदी ने जतायी चिंता
रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाईबासा के गुदड़ी में आदिवासियों के नरसंहार पर चिंता जतायी है. उन्होंने संसद सत्र के दौरान दिल्ली में एनडीए की बैठक में अपने संबोधन में झारखंड में हुई नरसंहार की घटना पर दुख जताया.
उन्होंने अपने भाषण में देश की मौजूदा हालात पर पर चर्चा की. बैठक में गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी भी शामिल हुए. बैठक में एक फरवरी से प्रारंभ हो रहे बजट सत्र को लेकर एनडीए घटक दलों की भूमिका, सदन में रखे जानेवाले आम बजट व विधेयकों पर चर्चा की गयी. बजट सत्र को उपयोगी व सकारात्मक बनाने के अलावा विपक्ष के प्रश्नों का जवाब पूरी तैयारी के साथ देने पर बातें हुई.

Next Article

Exit mobile version