‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 72 साल पूरे
दोनों सदनों में दी गयी शहीदों को श्रद्धांजलि नयी दिल्ली. ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की पूर्व संध्या पर लोस ने महात्मा गांधी, शहीदों को याद किया नई दिल्ली, 8 अगस्त :भाषा: लोकसभा और राज्यसभा ने ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को महात्मा गांधी और वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया तथा कुछ पल […]
दोनों सदनों में दी गयी शहीदों को श्रद्धांजलि नयी दिल्ली. ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की पूर्व संध्या पर लोस ने महात्मा गांधी, शहीदों को याद किया नई दिल्ली, 8 अगस्त :भाषा: लोकसभा और राज्यसभा ने ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को महात्मा गांधी और वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया तथा कुछ पल मौन रह कर आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करनेवाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी. राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि 9 अगस्त 1942 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि बापू के आह्वान पर स्त्री, पुरुष, बच्चे, बूढ़े सभी इस आंदोलन से जुड़ गये और पांच साल के लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया. अंसारी ने आजादी के संघर्ष के दौरान अपने प्राण गंवानेवाले तथा भीषण यातनाएं सहनेवाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. उधर, लोकसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि महात्मा गांधी ने 72 वर्ष पूर्व 9 अगस्त 1942 को भारत छोडो आंदोलन का आह्वान किया था जिसने पूरे देश में ब्रिटिश शासन की बेडि़यों से मुक्त होने के लिए एकजुट हो कर खड़े होने का जोश भर दिया. उन्होंने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन हमारे स्वतंत्रता संग्राम की उन सर्वाधिक महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है जिसने स्वतंत्रता के लिए भारत के प्रयासों को निर्णायक बल दिया. अध्यक्ष ने कहा, ‘इस अवसर पर हम राष्ट्रपिता और स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राण न्योछावर करनेवाले सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके उच्च आदर्शों के प्रति स्वयं को पुन: समर्पित करते हैं.’