रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि प्रदेश के माथे पर लगे मानव तस्करी के दाग को धोना उनकी सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर रविवार को यह जानकारी दी. गुमला जिले की 6 नाबालिग लड़कियों को दिल्ली से मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराये जाने के बाद इन्हें मिल रही धमकियों की बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुमला पुलिस को इस मामले को प्राथमिकता के आधार पर मानव तस्करों को पकड़ने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
.@GumlaP झारखण्ड से मानव तस्करी के दाग को धोना हमारी पहली प्राथमिकता है। कृपया नीचे वर्णित मामले में मानव तस्करों को पकड़ते हुए कठोर करवाई करें .@DCGumla कृपया क्षेत्र में ऐसे vulnerable बच्चों की पहचान करें जो तस्करी के शिकार हो सकते हैं और उन्हें शिक्षा एवं स्किल कार्यक्रम 1/2 https://t.co/IkSrtHrTn7
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 2, 2020
मुख्यमंत्री ने गुमला के उपायुक्त को क्षेत्र में ऐसे बच्चों की पहचान करने को भी कहा है, जो मानव तस्करी का शिकार हो सकते हैं. उन बच्चों को शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ते हुए उनके सतत ट्रैकिंग की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला के सीडब्ल्यूसी, डीसीपीओ एवं एंटी-ट्रैफिकिंग पुलिस यूनिट को सशक्त और संवेदनशील बनाया जाये, ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगायी जा सके. मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करायी गयी लड़कियों को मिल रही धमकियों से संबंधित खबर ‘प्रभात खबर’ में छपने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस विषय को गंभीरता से लेने के निर्देश दिये हैं.
से जोड़ते हुए उनके सतत ट्रैकिंग की व्यवस्था करें। क्षेत्र में CWC, डीसीपीओ एवं anti-ट्रैफ़िकिंग पुलिस यूनिट को सशक्त एवं संवेदनशील बनायें ताकि ऐसी घटनाओं पर विराम लगाया जा सके। 2/2
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) February 2, 2020