रांची : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि यदि झारखंड सरकार जमीन उपलब्ध करा दे, तो निश्चित तौर पर केंद्र सरकार प्रदेश में आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना करेगी. श्री सिन्हा ने कहा, ‘हमारी सरकार आदिवासी विश्वविद्यालय जरूर खोलेगी. लेकिन, यह तभी हो सकता है, जब राज्य सरकार इसके लिए जमीन उपलब्ध करवाये.’ श्री सिन्हा ने ये बातें तब कहीं, जब उनसे पूछा गया कि वित्त मंत्री के बजट भाषण में ट्राइबल यूनिवर्सिटी का कोई जिक्र नहीं था.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपने बजट भाषण में घोषणा की थी कि झारखंड की राजधानी रांची में एक आदिवासी संग्रहालय (Tribal Museum) की स्थापना की जायेगी. इस पर अपनी प्रतिक्रिया में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री से मिले थे और उनसे झारखंड में आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना करने का आग्रह किया था. लेकिन, बजट में आदिवासियों को आदिवासी संग्रहालय का झुनझुना थमा दिया गया.
इस पर श्री सिन्हा ने कहा कि रांची में आदिवासी संग्रहालय बनेगा. इसके जरिये दुनिया भर के लोग राज्य की आदिवासी संस्कृति, पंरपरा, संगीत और कला से परिचित हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि देवघर का एयरपोर्ट जल्द ही बनकर तैयार हो जायेगा. जमशेदपुर, हजारीबाग, दुमका और धनबाद में भी जल्द ही एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान शुरू हो जायेगी. बजट में ‘कृषि उड़ान’ योजना की घोषणा की गयी है, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा. झारखंड के किसान विमानों के जरिये अपने उत्पाद दुबई और यूरोपीय देशों को एक्सपोर्ट कर सकेंगे.