माइका माइंस से बाल मजदूरों को मुक्त करायेगी सरकार, कैलाश सत्यार्थी व सीएम की हुई बात
रांची : कोडरमा, गिरिडीह में माइका खदानों में ढिबरा चुननेवाले बाल मजदूरों को मुक्त कराया जायेगा. इसके लिए झारखंड सरकार और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक व नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी मिल कर काम करेंगे. श्री सत्यार्थी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच इस मुद्दे को लेकर सोमवार की शाम टेलीफोन पर बातचीत भी […]
रांची : कोडरमा, गिरिडीह में माइका खदानों में ढिबरा चुननेवाले बाल मजदूरों को मुक्त कराया जायेगा. इसके लिए झारखंड सरकार और बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक व नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी मिल कर काम करेंगे.
श्री सत्यार्थी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच इस मुद्दे को लेकर सोमवार की शाम टेलीफोन पर बातचीत भी हुई है. श्री सत्यार्थी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ चाइल्ड ट्रैफिकिंग और चाइल्ड लेबर को लेकर सकारात्मक बातचीत हुई. खास कर माइका खदानों में लगे बाल मजदूरों के मुद्दे पर. उन्होंने इस काम के लिए अपनी पूरी प्रतिबद्धता जतायी, वहीं मैंने भी पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया है. गौरतलब है कि गिरिडीह और कोडरमा में बड़ी संख्या बच्चे ढिबरा चुनने का काम करते हैं.
इसे फिर दलालों के हाथों बेच दिया जाता है. इस ढिबरा को दलाल खनन माफियाओं को बेच देते हैं. कई बार बच्चे दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं. राज्य सरकार पूर्व में भी ढिबरा चुनने के काम को अवैध ठहरा चुकी है. वर्तमान में इसे व्यवस्थित करने के लिए माइका माइंस की जवाबदेही झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (जेएसएमडीसी) को दे दिया गया है. जेएसएमडीसी इसकी निविदा की प्रक्रिया कर रहा है.