पाकिस्तान की ओर से चली ठंडी हवा ने झारखंड में मौसम का रूख बदला, तीन दिनों तक हो सकती है बारिश

रांची : पाकिस्तान की तरफ से चली ठंडी हवा ने एक बार फिर से झारखंड के मौसम का रूख बदल दिया है. लोग ठंड से पूरी तरह से ऊबर नहीं पा रहे हैं.पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लेह, लद्दाख व राजस्थान सहित पूरा झारखंड फिर से ठंड की चपेट में आ गया है. आम तौर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2020 6:50 AM
रांची : पाकिस्तान की तरफ से चली ठंडी हवा ने एक बार फिर से झारखंड के मौसम का रूख बदल दिया है. लोग ठंड से पूरी तरह से ऊबर नहीं पा रहे हैं.पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लेह, लद्दाख व राजस्थान सहित पूरा झारखंड फिर से ठंड की चपेट में आ गया है. आम तौर पर वसंत ऋतु में मौसम सुहावना हो जाता है, लेकिन इस बार नजारा कुछ और ही है. मौसम में आये इस बदलाव पर मौसम वैज्ञानिक भी चिंतित हैं. इसे ग्लोबल वार्मिंग या फिर ग्लोबल क्लाइमेट चेंज से जोड़ कर देखा जा रहा है.
रांची और आसपास के इलाके में मंगलवार को दोपहर बाद आकाश में बादल छाये रहे, जबकि शाम होते ही हल्की बारिश शुरू हो गयी. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक रुक-रुक पर बारिश होने की संभावना जतायी है. कहीं-कहीं वज्रपात भी होने की आशंका है. सुबह में कुहासा रहेगा, जबकि ठंडी हवा चलने से कनकनी बढ़ेगी. छह फरवरी को मौसम थोड़ी देर के लिए साफ हो सकता है, लेकिन अगले दिन से फिर बारिश हो सकती है. यानी आठ फरवरी तक पूरी तरह से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद कम है.
फसलों को हो रहा नुकसान : मौसम सह कृषि वैज्ञानिक डॉ ए वदूद के अनुसार, मौसम के इस बदलाव से जहां लोग बीमार पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर किसान चिंतित हैं. खेतों में लगी फसल को नुकसान होगा. खास कर शिमला मिर्च, बैगन, मिर्च, धनिया पत्ता, पालक साग आदि को नुकसान होगा.
जो भी बीज बोये गये हैं, वह सही ढंग से अंकुरित नहीं हो रहे हैं. इसके लिए न्यूनतम तापमान कम से कम 10 डिग्री सेल्सियस तक होना आवश्यक है. शहर की अपेक्षा गांव में अमूमन न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी रहती है. बारिश होने से गेहूं की फसल को लाभ तो हुआ है, लेकिन वसंत ऋतु के शुरू होने के बाद भी अब तक आम में पूरी तरह से मंजर नहीं लग पाया है.
दोपहर बाद आकाश में बादल छाये रहे, शाम में हुई हल्की बारिश
रांची का न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री
मंगलवार को रांची का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं कांके का अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा. हवा की गति 2.8 किलोमीटर प्रति घंटे रही. झारखंड में 25 दिसंबर के बाद न्यूनतम तापमान कमोवेश कम ही रह रहा है.

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