Ranchi : मां-बेटी की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में छुपाने वाला मो शमीम 6 महीने बाद पिठोरिया से गिरफ्तार
रांची : झारखंड की राजधानी रांची में मां-बेटी की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में छिपाने जैसा जघन्य कांड करने वाले को पुलिस ने पिठौरिया से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम मोहम्मद शमीम है. उसने अरगोड़ा में रहने वाली रेखा तिग्गा और उसकी 5 साल की बेटी प्रियांशी की हत्या करके उनके […]
रांची : झारखंड की राजधानी रांची में मां-बेटी की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में छिपाने जैसा जघन्य कांड करने वाले को पुलिस ने पिठौरिया से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम मोहम्मद शमीम है. उसने अरगोड़ा में रहने वाली रेखा तिग्गा और उसकी 5 साल की बेटी प्रियांशी की हत्या करके उनके शवों को सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था. 1 सितंबर, 2019 को मां-बेटी का शव सड़ी-गली अवस्था में सॉकपिट से बरामद हुआ था.
उल्लेखनीय है कि रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पीपर टोली स्थित अपर कोचा में भैरो तिग्गा के मकान में रेखा रहती थी. भैरो के मकान के सेप्टिक टैंक से रेखा (27) और उसकी बेटी प्रियांशी (5) का कंकाल बरामद हुआ था. मूल रूप से रातू थाना क्षेत्र के डंडई, हेहल की रहने वाली रेखा वर्तमान में पिपरटोली के अपर कोचा स्थित भैरो तिग्गा के मकान में शमीम के साथ किराये पर रहती थी. रेखा के भाई बंधना उरांव के बयान पर शमीम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
रातू के हुरहुरी का रहने वाला मोहम्मद शमीम पेशे से राज मिस्त्री है. रेखा और उसकी बच्ची का कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने शमीम के घर की कुर्की-जब्ती की थी. रेखा तिग्गा मजदूरी करती थी. इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हुई और पति की मौत के बाद शमीम के साथ रेखा लिव-इन में रहने लगी. अचानक रेखा और उसकी बच्ची की हत्या करके शमीम फरार हो गया. 6 महीने में एक बार भी वह अपने घर नहीं लौटा.
रेखा के भाई की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित की पत्नी और परिजनों से पूछताछ की. उन्होंने पुलिस को बताया कि एक महीने से वह घर नहीं गया. मकान मालिक भैरो तिग्गा ने पुलिस को बताया कि उसने 21 अगस्त, 2019 से रेखा को नहीं देखा. 22 अगस्त को आरोपित शमीम आया और बोला कि अब वह इस घर में नहीं रहना चाहता. वह घर खाली कर देगा. इसके बाद से वह भी फरार था.
मक्खियों ने खोला हत्या का राज
एक सितंबर, 2019 की सुबह भैरो तिग्गा के घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक के सोख्ता में लोग गये थे. देखा कि वहां मक्खियां भिनभिना रही हैं. इसकी सूचना रेखा की भतीजी को दी गयी. रेखा की भतीजी व दामाद वहां पहुंचे. दामाद अनिल तिग्गा नगर निगम में काम करता है. इसके बाद भैरो ने परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाने के लिए कहा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी. मौके पर परिवार के लोग भी पहुंचे. सोख्ता का स्लैब उठाया गया, तो वहां मां-बेटी का कंकाल पड़ा था. कपड़े व चप्पल देखकर परिजनों ने मां-बेटी की पहचान की थी.