रांची : कोल इंडिया में काम करनेवालों की टीबी जांच जरूरी : डॉ बेहरा

रांची : कोल इंडिया के चिकित्सकों के सम्मेलन में पीजीआइ चंडीगढ़ के चिकित्सक पद्मश्री डॉ दिगंबर बेहरा ने कहा कि कोल इंडिया मेें काम करनेवालों का काम काफी कठिन है. इनकी नियमित रूप से तपेदिक (टीबी) की जांच होनी चाहिए. टीबी कंट्रोल कार्यक्रम में कोल इंडिया फोकस एरिया है. कंपनी इस दिशा में काम कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2020 9:17 AM
रांची : कोल इंडिया के चिकित्सकों के सम्मेलन में पीजीआइ चंडीगढ़ के चिकित्सक पद्मश्री डॉ दिगंबर बेहरा ने कहा कि कोल इंडिया मेें काम करनेवालों का काम काफी कठिन है. इनकी नियमित रूप से तपेदिक (टीबी) की जांच होनी चाहिए. टीबी कंट्रोल कार्यक्रम में कोल इंडिया फोकस एरिया है.
कंपनी इस दिशा में काम कर आदर्श स्थापित कर सकती है. कंपनी के पास पैसे की कमी नहीं है. इसके लिए आगे आकर सभी कर्मियों की जांच की जानी चाहिए. श्री बेहरा शनिवार को आइआइसीएम में कोल इंडिया चिकित्सकों के सम्मेलन में बोल रहे थे. दूसरे दिन कई चिकित्सकों का पेपर प्रेजेंटेशन हुआ. श्री बेहरा ने बताया कि टीबी के लिए कई नयी दवा आयी है. ड्रग रेजिस्टेंस टीबी में कई दवाएं हैं. कई सालों के बाद इस बीमारी के लिए नयी दवा आयी है.
अगर राज्य में कहीं भी टीबी की सूचना मिलती है, तो टीबी ऑफिसर को जरूर सूचना दें. ऐसा नहीं होने पर डॉट सेंटर को यह जानकारी दें. ऐसा करने से समाज को दुरुस्त रखने में मदद मिलेगी. इससे टीबी का आंकड़ा भी पता चल पायेगा. साथ ही निजी चिकित्सकों को भी एक हजार रुपये का इंसेंटिंव मिलेगा. मरीज को हर माह 500 रुपये इलाज के लिए मिलते हैं. दवाएं मुफ्त दी जाती हैं.अगर परिवार में किसी को टीबी है, तो नियमित जांच करायें : टीबी हवा से फैलने वाली बीमारी है.
यह दूसरे को प्रभावित करती है. टीबी मरीज को अपने मुंह पर मास्क लगाना चाहिए. ऐसा करने से दो से तीन सप्ताह में इंफेक्शन से बचा जा सकता है. वजन कम हो रहा है. किडनी व लीवर की बीमारी है तथा एचआइवी है, तो ऐसे लोगों को टीबी का इलाज शुरू कराना चाहिए. अगर परिवार में किसी को टीबी है, तो नियमित रूप से जांच करायें. इस मौके पर मैक्स, नयी दिल्ली के डॉ रोहित नायर ने कैंसर के जल्द पहचान में बायोप्सी के महत्व की जानकारी दी.

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