भव्य होगी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल की घर वापसी, सांसदों के साथ बैठे शाह और नड्डा

नयी दिल्ली/रांची : झाविमो के भाजपा में विलय को लेकर राजनीतिक सरगरमी तेज हुई है़ 17 फरवरी को झाविमो अध्यक्ष व राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अपनी पार्टी के साथ भाजपा में विलय करेंगे़ 14 वर्षों बाद श्री मरांडी की घर वापसी का कार्यक्रम भव्य होगा़ राजधानी के प्रभात तारा मैदान में बड़ी सभा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2020 3:23 AM

नयी दिल्ली/रांची : झाविमो के भाजपा में विलय को लेकर राजनीतिक सरगरमी तेज हुई है़ 17 फरवरी को झाविमो अध्यक्ष व राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी अपनी पार्टी के साथ भाजपा में विलय करेंगे़ 14 वर्षों बाद श्री मरांडी की घर वापसी का कार्यक्रम भव्य होगा़ राजधानी के प्रभात तारा मैदान में बड़ी सभा आयोजित की जायेगी़ मिलन समारोह में गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर सहित केंद्रीय नेतागण मौजूद रहेंगे़ इस कार्यक्रम की तैयारी भाजपा अपने स्तर पर भी कर रही है़

इसके साथ ही झाविमो के हजारों कार्यकर्ता मिलन समारोह में पहुंचेंगे़ पार्टी के सांसद-विधायक और पदाधिकारियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा गया है़ भाजपा के प्रदेश स्तर के नेता तैयारी में लगे है़ं इधर, देर शाम भाजपा के केंद्रीय नेता व गृहमंत्री श्री शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने दिल्ली में प्रदेश के सांसदों के साथ बैठक की़ बैठक में राज्यसभा सांसदों को भी बुलाया गया था़ इसमें बदले राजनीतिक हालात पर चर्चा की गयी.
सांसदों को श्री मरांडी के पार्टी में शामिल होने और आगे की रणनीति पर चर्चा की गयी़ बैठक में बाबूलाल मरांडी की भाजपा में वापसी पर किसी तरह की गुटबाजी से परहेज करने की हिदायत दी गयी. नये प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता के नाम पर भी मंथन किया गया.
बैठक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और महासचिव अनिल जैन की अध्यक्षता में हुई. मंगलवार को झाविमो ने नयी कार्यसमिति की बैठक बुलायी है़ इसमें भाजपा में विलय पर मुहर लगायी जायेगी़ कार्यसमिति के सभी 151 सदस्य और पदाधिकारी भाजपा में विलय का निर्णय लेंगे़ बैठक दिन के 11 बजे राजधानी के मोरहाबादी में आयोजित की जायेगी़
आज विलय पर मुहर लगायेगा झाविमो
विधायकों को पार्टी से निकाला नहीं, उनको आजाद कर दिया
इधर झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि विधायकों को पार्टी से निकाला नहीं गया है़ मैंने उनको आजाद कर दिया है़ अब वे स्वतंत्र है़ं अपना रास्ता तय कर सकते है़ं श्री मरांडी ने बातचीत में कहा कि विधायकों से कई मुद्दे पर वैचारिक मतभेद थे. उनके साथ पार्टी के विचार नहीं मिल रहे थे, इसलिए उनको आजाद कर दिया़ अब विधायक निर्णय ले सकते है़ं
श्री मरांडी ने दिल्ली में भाजपा नेताओं से मुलाकात की बाबत कहा कि सामाजिक और राजनीतिक जीवन की यात्रा में कई लोगों से संपर्क है़ उनसे मिलना-जुलना तो लगा रहता है़ कई लोगों से पुराने रिश्ते है़ं भाजपा में भी ऐसे लोग है़ं उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक हो रही है़ विधानसभा चनुाव के बाद नयी कार्यकारिणी बनी है़ पार्टी के नेता-कार्यकर्ता जो निर्णय लेंगे, उसके अनुरूप काम किया जायेगा़
ऐसे बढ़ेगी विलय की प्रक्रिया
झाविमो विलय से पूर्व सभी तकनीकी पहलुओं को दुरुस्त कर रहा है़
नयी कार्यसमिति विलय पर मुहर लगायेगी़
कार्यसमिति के फैसले पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से सहमति ली जायेगी़
भाजपा से विलय पर सहमति का और पार्टी के फैसले का पत्र दिल्ली चुनाव आयोग को सौंपा जायेगा़
चुनाव आयोग झाविमो के निबंधन और चुनाव चिह्न को लॉक करेगा़
प्रक्रिया पूरी करने के बाद विलय होगा.
प्रतिपक्ष का नेता बन सकते हैं बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी भाजपा विधायक दल के नेता चुने जा सकते है़ं श्री मरांडी प्रतिपक्ष के नेता होंगे़ भाजपा केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि श्री मरांडी सदन में भाजपा का चेहरा हो़ं
भाजपा राज्य में आदिवासी मुख्यमंत्री के समक्ष श्री मरांडी की राजनीतिक कद-काठी को देखते हुए प्रतिपक्ष का नेता बनाने का मन बना रही है़ पार्टी के अंदर भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष और प्रतिपक्ष के नेता के चयन को लेकर सरगरमी तेज है़ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने इस बाबत पार्टी विधायकों और नेताओं से चर्चा भी की है़

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