कांके : कांके थाना क्षेत्र के कोंगे जयपुर गांव में मंगलवार को एक साथ मां-बेटे का शव दफन किया गया. बीएयू कर्मी राजू गाड़ी की पत्नी को कैंसर था. उसका इलाज काफी दिनों से वेल्लोर में चल रहा था. कुछ दिन पूर्व ही वह वेल्लोर से लौटी थी. इसी बीच फिर से तबीयत बिगड़ने पर उसे सोमवार को रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गयी.
मंगलवार की सुबह 11 बजे राजू गाड़ी अपनी पत्नी का शव लेकर घर पहुंचा. इसके बाद घर वाले शव को दफनाने के लिए कब्र खोदने चले गये. इसी दौरान राजू गाड़ी के पुत्र अविनाश गाड़ी (19 वर्ष) ने मां की मौत के सदमे में आकर कमरे में फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पर जब कांके पुलिस राजू गाड़ी के घर पहुंची, तो परिजनों ने अविनाश के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने का आग्रह किया. कांके थाना इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह ने उनका आग्रह स्वीकार करते हुए उनकी बात मान ली. इसके बाद गांव के ही मसना में एक साथ मां-बेटा का शव दफना दिया गया. राजू गाड़ी के तीन पुत्र हैं. अविनाश मंझला पुत्र था. वह पढ़ाई करता था.