रांची : झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) से पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों (Cyber Criminals) को गिरफ्तार किया है. इनमें एक बिहार (Bihar) के नवादा (Navada) जिला का रहने वाला है, तो दो झारखंड के हैं. इन लोगों ने साइबर ठगी (Cyber Fraud) के जरिये लोगों को कथित रूप से करोड़ों रुपये का चूना लगाया है.
इन साइबर क्रिमिनल्स ने बरियातू के जोड़ा तालाब के निकट इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित तुलसी मार्केट के भवन में करोड़ों की ठगी की थी. साइबर अपराधियों की पहचान नवादा निवासी रोहित राम, लातेहार के चंदवा निवासी प्रकाश कुमार तथा पूर्वी सिंहभूम के बागबेड़ा निवासी सौरभ कुमार के रूप में हुई है.
इनके पास से लैपटॉप, कई इलेक्ट्रिक उपकरण, प्रिंटर, फर्जी स्टांप पेपर, भारत सरकार और विभिन्न बैंकों के स्टांप पेपर, चेक बुक, एटीएम कार्ड व ठगी के लिए लिखी गयी स्क्रिप्ट की कॉपी के साथ-साथ भारत सरकार के विभिन्न ट्रेजरी ऑफिसर के कार्यालयों के मुहर जब्त हुए हैं.
नवादा निवासी इस गिरोह के सरगना गौतम इस्माइली, विक्की कुमार तथा राजबीर रंजन, कुंदन कुमार व समीर राज पांच अन्य साइबर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी के लिए बिहार जायेगी.
12 हजार रुपये वेतन तथा खाना देता है सरगना
गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि सरगना गौतम इस्माइली व विक्की राज ठगी के लिए डायलॉग की कॉपी देता है. उसके आधार पर भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं, 4जी टावर, फाइनेंस कंपनी की फर्जी वेबसाइट तथा यूआरएल बनाकर ये लोग लोगों से ठगी करते हैं.
ठगी से मिलने वाला धन राजबीर रंजन, कुंदन कुमार व समीर राज के बैंक ऑफ इंडिया के एकाउंट में डाल देते हैं. पुलिस की गिर्फ्त में आये साइबर ठगों ने बरियातू थाना प्रभारी सपन महथा को बताया कि उनके साथ इस गिरोह के दो और लोग थे. पुलिस को देखते ही वे लोग भाग गये.
पुलिस ने उनसे यूआरएल और वेबसाइट के कागजात मांगे, लेकिन इन लोगों ने पुलिस को कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया. थाना प्रभारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा और प्रशिक्षु दारोगा के साथ छापामारी की गयी. बरियातू थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.