रांची : लैंड रिकॉर्ड का सॉफ्टवेयर सुरक्षित नहीं एनआइसी साइंटिस्ट पर होगी कार्रवाई
रांची : झारखंड में जमीन के दस्तावेज से जुड़ा सॉफ्टवेयर(झारभूमि.एनआइसी.इन) पूरी तरह सुरक्षित नहीं है. इसमें किसी भी स्तर से छेड़छाड़ किये जाने की आशंका बनी हुई है. सरकार के इस महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर का सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं होने की वजह से यह स्थिति बनी हुई है. मामले की गंभीरता के देखते हुए राज्य सरकार ने […]
रांची : झारखंड में जमीन के दस्तावेज से जुड़ा सॉफ्टवेयर(झारभूमि.एनआइसी.इन) पूरी तरह सुरक्षित नहीं है. इसमें किसी भी स्तर से छेड़छाड़ किये जाने की आशंका बनी हुई है. सरकार के इस महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर का सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं होने की वजह से यह स्थिति बनी हुई है. मामले की गंभीरता के देखते हुए राज्य सरकार ने महानिरीक्षक एनआइसी (दिल्ली) से इसकी शिकायत की है. साथ ही एनआइसी के साइंटिस्ट लोकेश के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अनुशंसा की है.
राज्य के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पता चला कि नेशनल इन्फाॅर्मेटिक्स सेंटर (एनआइसी) ने झारभूमि.एनआइसी.इन सॉफ्टवेयर का सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं किया है.
बैठक में एनआइसी के अधिकारी लोकेश भी उपस्थित थे. वरीय अधिकारियों ने एनआइसी के अधिकारी से सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं होने का कारण पूछा, लेकिन वे इसका कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे सके. राज्य के अपर मुख्य सचिव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे गंभीर मामला करार देते हुए इसके लिए एनआइसी को दोषी करार दिया. क्योंकि एनआइसी झारभूमि.एनआइसी.इन का सर्विस प्रोवाइडर है. इस सॉफ्टवेयर का सिक्यूरिटी ऑडिट की जिम्मेदारी एनआइसी की है. राज्य के वरीय प्रशासनिक अधिकारियों ने सॉफ्टवेयर का सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं होने की वजह से इसे पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना.
साथ ही किसी भी स्तर से सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर सरकारी जमीन के हेराफेरी किये जाने की अशंका जतायी. अपर मुख्य सचिव ने सिक्यूरिटी ऑडिट नहीं होने के मामले में एनआइसी के साइंटिस्ट लोकेश को जिम्मेदार माना. साथ ही एनआइसी के महानिरीक्षक से लोकेश द्वारा बरती गयी लापरवाही की शिकायत करने और उचित कार्रवाई करने की अनुशंसा करने का निर्देश दिया.