रांची : नाम: पल्लवी टोप्पो. उम्र: 17 साल. निवासी: करमटोली स्थित बिरसा होटल के समीप. करीब चार साल पहले पिता की मौत के बाद मां के साथ-साथ पल्लवी के कंधों पर घर की जिम्मेदारी आ पड़ी. वह पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी. घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ते जा रही थी. यह सब देख कर पल्लवी भी दूसरे के घरों में काम करने लगी. लेकिन यह सब ज्यादा दिन नहीं चल सका. आखिरकार मंगलवार की देर रात उसने केरोसिन डाल कर आग लगा ली, जिससे मौत हो गयी.
काम करने को लेकर होता था विवाद
घटना मंगलवार रात की है, लेकिन घरवालों को सूचना बुधवार सुबह मिली. पल्लवी की मां सरस्वती टोप्पो ने बताया कि पति की मौत के बाद बच्चों के लालन-पालन के लिए करमटोली में घरों में काम करने लगी.
फिर भी घर चलाना मुश्किल होता था. इसलिए पल्लवी भी कचहरी चौक के पास एक घर में काम लगी. वह कहती थी कि मैं बाहर भी काम करूं और घर का भी. इसी बात को लेकर मां-बेटी के बीच विवाद होता था. इधर, पल्लवी दो-तीन दिनों से काम पर नहीं जा रही थी. जब उसकी मां ने काम पर जाने को कहा, तब कहने लगी कि मेरी मर्जी मैं जाऊं या नहीं. तुम्हें क्या मतलब. इसके बाद सरस्वती 18 फरवरी को 10 बजे काम करने चली गयी, लेकिन रात में नहीं लौटी. वह अपनी मां की तबीयत खराब होने की वजह से उसके घर चली गयी थी.
बुधवार सुबह छोटी बेटी फलट टोप्पो मां को बुलाने गयी. उसने बताया कि दीदी छत पर गिरी हुई है. इसके बाद सरस्वती आयी और छत पर गयी. देखा कि पल्लवी जली हुई है. उसके बगल में केरोसिन का बोतल और माचिस पड़ा था. बेटे प्रत्युष ने बताया कि पल्लवी मंगलवार रात 10 बजे छत पर गयी थी. कुछ देर बाद नीचे चली अायी. इसके बाद सभी लोग सो गये. सुबह उठने पर वह दिखी नहीं दी तब भाई- बहन छत पर गये. देखा कि वह गिरी हुई है.