नितेश के दस्ते ने दिया घटना को अंजाम (पलामू घटना)
लकड़मंदा की घटना में बच निकला था जोनल कमांडर नितेशनक्सलियों ने लकड़मंदा घटना का बदला लिया वरीय संवाददाता, रांचीपलामू के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के छोटकी कोडि़या की घटना भाकपा माओवादी के नितेश के दस्ते ने अंजाम दिया है. पुलिस मुख्यालय को मिली खबर के मुताबिक विश्रामपुर इलाके में नितेश का दस्ता सक्रिय था. नितेश भाकपा […]
लकड़मंदा की घटना में बच निकला था जोनल कमांडर नितेशनक्सलियों ने लकड़मंदा घटना का बदला लिया वरीय संवाददाता, रांचीपलामू के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के छोटकी कोडि़या की घटना भाकपा माओवादी के नितेश के दस्ते ने अंजाम दिया है. पुलिस मुख्यालय को मिली खबर के मुताबिक विश्रामपुर इलाके में नितेश का दस्ता सक्रिय था. नितेश भाकपा माओवादी में जोनल कमांडर है. चतरा के कुंदा थाना क्षेत्र के लकड़मंदा घटना का बदला लेने की जिम्मेदारी संगठन ने नितेश पर ही छोड़ा था. इसकी एक वजह यह भी थी कि लकड़मंदा घटना में जब माओवादियों और टीपीसी के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी, तब नितेश भी वहां था. लेकिन वह टीपीसी के दस्ते के कब्जे में आने से बच गया था. इसके बाद से संगठन ने नितेश को ही 10 नक्सलियों की मौत का बदला लेने की जिम्मेदारी दी थी. लकड़मंदा घटना के बाद भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने कई बार चतरा के प्रतापपुर इलाके में ही टीपीसी के उग्रवादियों को घेरने की योजना बनायी, लेकिन सफलता नहीं मिली. हर बार योजना की जानकारी टीपीसी के उग्रवादियों को मिल जाती थी. इसके बाद टीपीसी के अन्य दस्ते भी पहुंच जाते थे. इस कारण माओवादी सफल नहीं हो सके. छोटकी कोडि़या में नक्सलियों को मौका मिल गया और लकड़मंदा घटना का बदला ले लिया.