कंसल्टेंट स्कॉट विल्सन को टर्मिनेट किया

पीएमजीएसवाइ की सड़कों की मॉनिटरिंग की थी जिम्मेवारी-सही तरीके से काम नहीं करने का आरोप -तीन साल में 13.5 करोड़ रुपये का भुगतान होता कंपनी को-अब तक 3.5 करोड़ रुपये का हुआ भुगतान मनोज लालरांची : झारखंड स्टेट रूरल रोड डेवलपमेंट ऑथोरिटी (जेएसआरआरडीए) ने कंसल्टेंट यूआरएस स्कॉट विल्सन को टर्मिनेट कर दिया है. इसके दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2014 6:00 PM

पीएमजीएसवाइ की सड़कों की मॉनिटरिंग की थी जिम्मेवारी-सही तरीके से काम नहीं करने का आरोप -तीन साल में 13.5 करोड़ रुपये का भुगतान होता कंपनी को-अब तक 3.5 करोड़ रुपये का हुआ भुगतान मनोज लालरांची : झारखंड स्टेट रूरल रोड डेवलपमेंट ऑथोरिटी (जेएसआरआरडीए) ने कंसल्टेंट यूआरएस स्कॉट विल्सन को टर्मिनेट कर दिया है. इसके दो माह पूर्व नोटिस भी दिया गया था. कंसल्टेंट को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों की मॉनिटरिंग का काम दिया गया था. सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं करने के आरोप में उनको टर्मिनेट किया गया है. कंपनी पर एग्रीमेंट के मुताबिक काम नहीं करने का भी आरोप है. काम के लिए जितना मैन पावर चाहिए था, उतने नहीं रखे गये. जेएसआरआरडीए को कसल्टेंट का काम संतोषजनक नहीं लगा. इसका लाभ सड़क निर्माण में नहीं मिल रहा था. कायार्ें की समीक्षा के बाद ही हटाने का फैसला किया गया.तीन साल के लिए 13.5 करोड़ रुपये मिलतेकंसल्टेंट और जेएसआरआरडीए में हुए एग्रीमेंट के अनुसार तीन साल के लिए 13.5 करोड़ रुपये का भुगतान करना था. यानी एक साल में औसत 4.5 करोड़ रुपये कंसल्टेंट को मिलते. एग्रीमेंट हुए करीब एक साल हो रहे हैं. अभी तक उसे 3.5 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है. करीब 50 लाख रुपये का और भुगतान होना है. यानी कंसल्टेंट को करीब चार करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. चार करोड़ खर्च के बाद भी नहीं मिला लाभकंसल्टेंट पर करीब चार करोड़ रुपये खर्च के बावजूद प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को कोई लाभ नहीं मिला. विभाग का मानना है उसने कुछ काम ही नहीं किया. उसने आज तक जो रिपोर्ट दी, वह भी काम लायक नहीं है. एग्रीमेंट की शतार्ें के मुताबिक सही तरीके से कंसल्टेंट काम करता, तो रोड की गुणवत्ता व स्थिति दोनों में सुधार दिखता.

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