रांची : संघ समागम में 1500 स्वयंसेवक हुए शामिल, बोले मोहन भागवत- टिकट चाहनेवालों के लिए संघ में जगह नहीं

संघ की शाखा में आने से आत्मबल बढ़ेगा, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होंगे रांची : आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुओं को संघ की शाखा में जरूर आना चाहिए. इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा. वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे. उन्होंने चेताते हुए कहा कि टिकट पाने की लालसा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2020 6:20 AM
संघ की शाखा में आने से आत्मबल बढ़ेगा, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होंगे
रांची : आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुओं को संघ की शाखा में जरूर आना चाहिए. इससे उनका आत्मबल बढ़ेगा. वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगे. उन्होंने चेताते हुए कहा कि टिकट पाने की लालसा से आनेवाले इससे दूर रहें. यहां कोई लोभ-लालच सिद्ध नहीं होगा. किसी पद की चाह में संघ से जुड़नेवालों के लिए आरएसएस में कोई जगह नहीं है. श्री भागवत गुरुवार को मोरहाबादी स्थित रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले लगभग 1500 स्वयंसेवकों ने योग, व्यायाम, दंड प्रहार, सूर्य नमस्कार आदि का प्रदर्शन किया.
जीवन में भोग का नहीं त्याग का है महत्व
उन्होंने कहा कि जीवन में भोग का नहीं, त्याग का महत्व है. देश हमें सब कुछ देता है, हम भी तो कुछ देना सीखें, इस गीत को व्यवहार में उतारिये. समाज में कोई भी आपत्ति विपत्ति आये संघ के स्वयंसेवकों को दौड़ कर आगे आना चाहिये. हमारा समाज संपूर्ण विश्व को कुटुंब मानता है. इस धारणा को समाज में स्थापित करना है.
कट्टरता व पर्यावरण की समस्या आज विश्व में व्याप्त : संघ प्रमुख ने कहा कि आज के समय में कट्टरता व पर्यावरण की समस्या पूरे विश्व में है. मानव ने पर्यावरण की समस्या खुद उत्पन्न की है. भोग व विलासिता में पर्यावरण का नाश कर दिया गया. उन्होंने कहा कि त्याग का अपना महत्व है. अगर हम संयम बरतेंगे, तो ही पर्यावरण बचेगा.
छह वर्ष तक क्षेत्र प्रचारक के रूप में काम किया : श्री भागवत ने कहा कि उत्तर-पूर्व (बिहार-झारखंड) में उन्होंने छह वर्षों तक क्षेत्र प्रचारक के रूप में काम किया. संघ में एकत्रीकरण के प्रयास होते रहते हैं. संघ में समाज के सभी वर्ग व क्षेत्र के स्वयंसेवक हैं. सभी संगठन बड़ा होना चाहते हैं. संघ का उद्देश्य है देश व समाज को बड़ा करना.
स्वयंसेवकों ने संभाली ट्रैफिक व्यवस्था : आरएसएस के स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम स्थल पर ट्रैफिक व्यवस्था संभाली. संघ प्रमुख 7.25 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचे. इसके बाद प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया. बिना प्रवेश पत्र के किसी को भी कार्यक्रम में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी.
समाज में आदर्श प्रस्तुत करें स्वयंसेवक : मोहन
संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से कहा कि अपनी संस्कृति पर गर्व करते हुए देश को परम वैभव तक पहुंचाने के लिए कार्य करें. भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए सभी लोगों को साथ लेकर चलने का कार्य संघ करता है.
देश के सभी वर्गों को संघ से जोड़ना है. यूनिफॉर्मिटी रहेगी तो यूनिटी आयेगी. स्वयंसेवक समाज में एक आदर्श रूप में प्रस्तुत हो. यह आदर्श संघ की नित्य शाखा से ही संभव है. संघ के भाषणों से ही भारत विश्व गुरु बनेगा, ऐसा नहीं है, शाखा की नित्य साधना को अपने व्यवहार में उतारना होगा. राष्ट्र निर्माण के कार्य में न ही कोई आपको धन्यवाद देगा ना कोई आभार प्रकट करेगा.

Next Article

Exit mobile version