रांची : भाषा ही हमारी संपत्ति है : डॉ विजय
सरला-बिरला विवि में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन रांची : सरला बिरला विवि में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें शिक्षकों व विद्यार्थियों ने मातृभाषा पर अपने विचार रखे. कुलसचिव डॉ विजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्व में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा दिलाने के […]
सरला-बिरला विवि में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन
रांची : सरला बिरला विवि में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें शिक्षकों व विद्यार्थियों ने मातृभाषा पर अपने विचार रखे. कुलसचिव डॉ विजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्व में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा दिलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 फरवरी 2008 को इसे व्यापक महत्व दिया गया. हमारी भाषा ही हमारी संपत्ति है. मातृभाषा स्वयं की संस्कृति, संस्कार और संवेदना को व्यक्त करने का सच्चा माध्यम है.
मातृभाषा का सम्मान माता का सम्मान है, यह व्यक्ति की सामाजिक सांस्कृतिक व भाषाई पहचान होती है. डीन डॉ श्याम किशोर सिंह ने कहा कि वर्ल्ड लैंग्वेज डाटा बेस के अनुसार दुनियाभर की 20 सबसे ज्यादा बोली जानेवाली भाषाओं में छह भारतीय भाषा है. इसमें हिंदी दूसरे नंबर पर है. दुनिया में 61.5 करोड़ लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
हिंदी हमारी मातृभाषा है, हर हाल में हमें इसका सम्मान करना चाहिए. ह्यूमैनेटिज के डीन डॉ राधा माधव झा ने कहा कि भारत अनेकता में एकता के सिद्धांत के तहत अपनी सांस्कृतिक विरासत का सदैव आभारी है, जिसमें विभिन्न भाषाओं का विशेष महत्व है. भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार अधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त 22 भाषाएं, 1635 तर्क संगत मातृभाषाएं, 234 पहचान योग्य मातृभाषा मौजूद है. भारतीय संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का विशेष महत्व है.
देश में 43 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं. जिसमें 12 प्रतिशत लोग द्विभाषी हैं, जो अंग्रेजी भी बोलते हैं. इस अवसर पर प्रो राहुल वत्स, डॉ संजीव कुमार सिन्हा, डॉ पार्थ पॉल, डॉ संदीप कुमार, डॉ प्रिया चौरसिया, प्रो अंजना कटारिया, प्रो अशोक अस्थाना, चंदन कुमार, प्रो कविता कुमारी, भारद्वाज शुक्ला, सुभाष नारायण शाहदेव, आदित्य रंजन, राहुल रंजन उपस्थित थे.