रांची विवि का कारनामा : 2500 छात्रों के भविष्य पर सवाल, नामांकन प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई और परीक्षा तिथि घोषित
गुमला : रांची विवि में एमए सेमेस्टर-5 की एक दिन भी पढ़ाई नहीं हो पायी है और न ही छात्रों ने फार्म ही भरा है. वहीं रांची विश्वविद्यालय ने परीक्षा की तिथि जारी कर दी है. पांच मार्च से ही परीक्षा होनी है. ऐसे में गुमला जिले के 2500 छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़ा […]
गुमला : रांची विवि में एमए सेमेस्टर-5 की एक दिन भी पढ़ाई नहीं हो पायी है और न ही छात्रों ने फार्म ही भरा है. वहीं रांची विश्वविद्यालय ने परीक्षा की तिथि जारी कर दी है. पांच मार्च से ही परीक्षा होनी है. ऐसे में गुमला जिले के 2500 छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है. कई छात्रों का तो नामांकन तक नहीं हुआ है. मामले को लेकर गुमला के विद्यार्थी आक्रोशित हैं.
शनिवार को अभाविप गुमला के बैनर तले विद्यार्थियों ने केओ कॉलेज में तालाबंदी कर दी. उन्होंने प्राचार्य प्रोफेसर जीतवाहन बड़ाइक, प्रोफेसर सुदामा सिंह सहित कई शिक्षकों और कर्मियों को आधे घंटे तक कार्यालय में बंद रखा. गुस्साये छात्रों ने विवि के खिलाफ नारेबाजी की. प्राचार्य व शिक्षकों द्वारा काफी समझाने के बाद विद्यार्थियों ने ताला खोला. छात्रों ने रांची विवि के कुलपति के नाम प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा. जिसमें परीक्षा फार्म भरने की तिथि 15 से 20 दिन बढ़ाने की मांग की है. तिथि नहीं बढ़ाने पर अनिश्चितकाल के लिए गुमला कॉलेज में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है.
छात्रों के भविष्य से खेल रहा विवि : कुणाल
रांची विवि छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष कुणाल शर्मा व अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री विनीता कुमारी ने कहा कि रांची विवि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. यूनिवर्सिटी ने बिना सोचे समझे परीक्षा की तिथि जारी कर दी, जबकि परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 26 फरवरी तक ही दिया गया है. यहां सवाल यह है कि नामांकन भी नहीं हुआ. ऐसे में परीक्षा की तिथि जारी करना विवि की मनमर्जी है. जिसे हम छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे.
टीचर नहीं , पढ़ाई बाधित
सेमेस्टर-5 की परीक्षा की तिथि जारी कर दी गयी है, जबकि अभी तक नामांकन व परीक्षा फार्म भरने की ही प्रक्रिया चल रही है. 2500 छात्रों में अभी तक 1000 से भी कम छात्रों ने ही नामांकन लिया है. टीचर नहीं रहने के कारण एक दिन भी पढ़ाई नहीं हुई है. छात्रों की जो मांग है, उसे कुलपति के पास रखा जायेगा.
प्रोफेसर जीतवाहन बड़ाइक,
प्राचार्य, केओ कॉलेज, गुमला