विकास के लिए विजनरी लीडरशीप की जरूरत : सुदेश

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि मजबूत नेता, स्थिर सरकार का मुद्दा समय की मांग है. यही वजह है कि प्रभात खबर ने इस मुद्दे को मंथन के लिए रखा है. आजाद भारत में कई उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने नेतृत्व से लोगों को प्रभावित किया. इनका हम उदाहरण देते हैं. पहले पार्टियों की सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2014 8:00 PM

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि मजबूत नेता, स्थिर सरकार का मुद्दा समय की मांग है. यही वजह है कि प्रभात खबर ने इस मुद्दे को मंथन के लिए रखा है. आजाद भारत में कई उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने नेतृत्व से लोगों को प्रभावित किया. इनका हम उदाहरण देते हैं. पहले पार्टियों की सरकार चल रही थी, अब लीडरशिप की सरकार है. लीडरशिप पॉलिटिक्स हावी हो गयी है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं. उन्होंने कहा कि यदि हम स्थिर सरकार की बात करें, तो पश्चिम बंगाल में देश में सबसे ज्यादा समय तक स्थिर सरकार रही. 23 साल सरकार चली. इसके बावजूद प्रदेश आज कई मामलों में पीछे खड़ा है. नेतृत्व क्षमता के आधार पर हरियाणा, तमिलनाडु में अच्छा काम हो रहा है. सरकार चलाना पानी की धारा के विपरीत चलने के समान है. विश्वसनीयता और ईमानदारी से सरकार चलती है. इसके लिए प्रतिबद्धता और टीम वर्क जरूरी है. श्री महतो ने कहा कि राज्य के विकास के लिए लीडर को विजनरी होने की जरूरत है. देश और प्रदेश दोनों के लिए यह बातें लागू होती हैं. लोगों में विश्वास है कि बेहतर नेतृत्व ही राज्य को आगे ले जा सकता है. साउथ के लीडर कामराज ने बहुत पहले कई कल्याणाकारी योजनाएं की शुरुआत की थी, जिसे बाद में अनुसरण किया गया. चाहे वह मिड डे मिल की योजना हो या फिर खेतों को सिंचित करने की योजना. यह नेता के सोच और विजन को दर्शाता है. हमें राज्य के अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रख कर योजना बनाने की जरूरत है.

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