अंजुमन ने महिलाओं को दिखाया बाहर का रास्ता

रांची: चुनाव में महिलाओं को शामिल किया जाये अथवा नहीं, रविवार को अंजुमन इसलामिया में इस पर चर्चा की गयी. बैठक में उपस्थित उलेमा व चुनाव कमेटी के सदस्यों ने निर्णय लिया कि अंजुमन के 96 साल के इतिहास व बायलॉज को देखते हुए महिलाओं को शामिल नहीं किया जायेगा. सदस्यों ने यह भी कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

रांची: चुनाव में महिलाओं को शामिल किया जाये अथवा नहीं, रविवार को अंजुमन इसलामिया में इस पर चर्चा की गयी. बैठक में उपस्थित उलेमा व चुनाव कमेटी के सदस्यों ने निर्णय लिया कि अंजुमन के 96 साल के इतिहास व बायलॉज को देखते हुए महिलाओं को शामिल नहीं किया जायेगा. सदस्यों ने यह भी कहा कि औरतों का बायलॉज में कोई जिक्र नहीं है.

बायलॉज में सिर्फ आकिल व बालिग शब्द का उल्लेख है, जो पुलिंग के लिए लागू होता है. इस कारण इस बार नाजिया तबस्सुम की सदस्यता रद्द हो जायेगी. वहीं कौशर परवीन पर भी कोई विचार नहीं होगा.

वोटर लिस्ट में गांवों में सदस्यता अभियान न चलने का भी मामला उठा, पर विचार नहीं हुआ. बैठक में अधिकृत निर्णय क्या हुए, चुनाव संयोजक हसीब अख्तर के पूछने पर भी कोई बातचीत नहीं हुई. इस मौके पर चुनाव कमेटी के संयोजक हसीब अख्तर, अधिवक्ता अयुब, नेसार आलम,रिजवान,फैजी, ओलमा में कारी अलीमुद्दीन काशमी, मौलाना ओबेदुल्लाह काशमी, मुफ्ती अनवर कासमी, मौलाना असगर मिसबाही आदि मौजूद थे.

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