जनहित के खिलाफ है सरकार : चंद्रभूषण चौधरी
फोटो सुनील कहा, जन संघर्ष की जरूरत- ‘वर्तमान राजनैतिक चुनौतियां और जन संघर्षों की भूमिका’ विषयक विचार गोष्ठी संवाददाता, रांची झारखंड साझा जन संघर्ष अभियान की ओर से सत्य भारती सभागार में ‘वर्तमान राजनैतिक चुनौतियां और जन संघर्षों की भूमिका’ विषयक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें समाजवादी जन परिषद के चंद्रभूषण चौधरी ने कहा […]
फोटो सुनील कहा, जन संघर्ष की जरूरत- ‘वर्तमान राजनैतिक चुनौतियां और जन संघर्षों की भूमिका’ विषयक विचार गोष्ठी संवाददाता, रांची झारखंड साझा जन संघर्ष अभियान की ओर से सत्य भारती सभागार में ‘वर्तमान राजनैतिक चुनौतियां और जन संघर्षों की भूमिका’ विषयक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें समाजवादी जन परिषद के चंद्रभूषण चौधरी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियां सरकार के संरक्षण में सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का संकेत दे रही हैं. उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान इसकी शुरुआत हो चुकी है. वहां दंगे फैलते जा रहे हैं. हमारा देश संघीय ढांचे में बना है इसलिए राज्य सरकारें इसे रोकने में सकारात्मक भूमिका निभा सकती हैं.उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार वित्तीय घाटे को कम करने के लिए लोक हितकारी कार्यक्रमों में कमी कर रही हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा, विधवा व वृद्धा पेंशन जैसे कार्यक्रम धीरे धीरे बंद किये जायेंगे. निजी क्षेत्र का विस्तार होगा. हर क्षेत्र में विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट कृषि को बढ़ावा देने से 75 फीसदी कृषि मजदूर बेकार हो जायेंगे. महिलाओं की बराबरी की बात घटेगी क्योंकि आरएसएस स्त्रियों को आधुनिकता के संदर्भ में नहीं देखता.इस अवसर पर विपिन सिंह, अशोक सिंह, कमल किशोर यादव, कपूर बागी, फादर स्टेन स्वामी, पीपी वर्मा, प्रो संजय बसु मल्लिक, देवेन सिंह, सियाराम शरण शर्मा, फ्रांसिस सरवन व अन्य वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार पूंजीपतियों के पक्ष में पिछली सरकार से अधिक खुली भूमिका निभा रही है. मजदूरों के खिलाफ नये नये कानून बनेंगे. इन बातों के खिलाफ जन संघर्ष विकसित करने और सभी संघर्षों की एकता बनाने की जरूरत है. झारखंड साझा जन संघर्ष अभियान सामाजिक जन परिषद, जन मुक्ति संघर्ष मोरचा, एसयूसीआइ व सीपीआइ (एमएल) का साझा मंच है.