केजीवीके एसआरटीटी परियोजना से बनासैंकडों एकड़ खेत में होती है खरीफ व रबी की खेतीअमरनाथ ठाकुररांचीकृषि ग्राम विकास केंद्र (केजीवीके) रूक्का व सर रतन टाटा ट्रस्ट (एसआरटीटी) परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में बना सिंचाई नाला बुंडु के तीन गांव के किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है़ यहां के तीन गांव बडकोलमा, मधुकामा व ताउ में उक्त परियोजना के तहत क्रमश: 900, 2800 व 1600 फीट के सिंचाई नाले का निर्माण वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2009 के बीच किया गया. इन नालों के निर्माण के बाद पहाड़ों से बह कर आनेवाले वर्षा जल को संग्रहित कर नाले के माध्यम से खेतों तक पहुंचाया गया. फलस्वरूप किसी अतिरिक्त ऊर्जा या पानी के पम्प के प्रयोग के बिना ही आसानी से खेतों तक सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था हो गयी. पानी के आते ही यहां के लोगों की जिंदगी बदली. अब यहां न सिर्फ खरीफ फसल की खेती ठीक ढंग से हो पा रही है, बल्कि रबी फसलों की भी खेती जम कर की जाने लगी है, जिससे यहां के किसानों की अर्थव्यवस्था मजबूत हुईहै़ केजीवीके के डॉ नवीन कुमार व शशि ने बताया कि इस सिंचाई नाले के निर्माण के बाद से इन गांवों की 106 एकड़ खेत में सिंचाई की व्यवस्था हुई है़ किसान खरीफ में धान की खेती के अलावे रबी में सब्जियों की खेती कर विशेष आमदनी प्राप्त कर रहे हैं़ मानसून में आयी देरी के बावजूद यहां के किसान श्रीविधि तकनीक से धान की खेती करने में सफल रहे हैं़ यहां के 214 किसानों द्वारा 115 एकड़ खेत में धान की श्रीविधि तकनीक से खेती की गयी है़
वरदान साबित हुआ सिंचाई नाला (तसवीर ट्रैक पर है)
केजीवीके एसआरटीटी परियोजना से बनासैंकडों एकड़ खेत में होती है खरीफ व रबी की खेतीअमरनाथ ठाकुररांचीकृषि ग्राम विकास केंद्र (केजीवीके) रूक्का व सर रतन टाटा ट्रस्ट (एसआरटीटी) परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में बना सिंचाई नाला बुंडु के तीन गांव के किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है़ यहां के तीन गांव बडकोलमा, मधुकामा व ताउ […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement