मुशर्रफ राष्ट्र द्रोह के दोषी : एफआइए
इसलामाबाद. पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को बड़ा झटका देते हुए संघीय जांच एजेंसी (एफआइए) इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि उन्होंने वर्ष 2007 में आपातकाल लगाया था. वह संविधान उल्लंघन के दोषी हैं. संघीय जांच एजेंसी ने विशेष अदालत को गुरुवार को सूचित किया कि 71 साल के मुशर्रफ को निश्चित तौर पर घोर राष्ट्रद्रोह […]
इसलामाबाद. पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को बड़ा झटका देते हुए संघीय जांच एजेंसी (एफआइए) इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि उन्होंने वर्ष 2007 में आपातकाल लगाया था. वह संविधान उल्लंघन के दोषी हैं. संघीय जांच एजेंसी ने विशेष अदालत को गुरुवार को सूचित किया कि 71 साल के मुशर्रफ को निश्चित तौर पर घोर राष्ट्रद्रोह का दोषी ठहराया जाना चाहिए. न्यायमूर्ति फैसल अरब की अध्यक्षतावाली तीन सदस्यीय पीठ ने संघीय शरिया अदालत की इमारत में मुशर्रफ के खिलाफ घोर राष्ट्रदोह के मामले की सुनवाई की. एफआइए के जांच दल के प्रमुख खालिद कुरैशी ने कहा कि मुशर्रफ ने तीन नवंबर, 2007 को अंतरिम संवैधानिक आदेश (पीसीओ) बतौर राष्ट्रपति जारी किया था. पीसीओ एक आपातकालीन और संविधान से इतर आदेश है, जिसके तहत पाक संविधान को आंशिक रूप से अथवा पूरी तरह निलंबित कर दिया जाता है.