ऐसे संजीवनी बनेगा मशरूम
एजेंसियां, नयी दिल्लीअगर आप मशरूम खाने के शौकीन हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. अब हड्डियां मजबूत करने के लिए धूप में बैठने, मांस-मछली या कड़वी दवाएं खाने की जरूरत नहीं है. किसी भी प्रजाति की मशरूम को सूरज की पहली किरणें दिखा दीजिए, हड्डियों को मजबूती देने वाले विटामिन-डी की मात्रा 200 गुना […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीअगर आप मशरूम खाने के शौकीन हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. अब हड्डियां मजबूत करने के लिए धूप में बैठने, मांस-मछली या कड़वी दवाएं खाने की जरूरत नहीं है. किसी भी प्रजाति की मशरूम को सूरज की पहली किरणें दिखा दीजिए, हड्डियों को मजबूती देने वाले विटामिन-डी की मात्रा 200 गुना अधिक हो जायेगी.यह खुलासा देश में मशरूम को पहचान दिलाने वाले मशरूम सिटी सोलन में खंुब (मशरूम) मेले के दौरान वैज्ञानिकों ने किया. खुंब अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ मंजीत सिंह के अनुसार अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिकों ने पाया कि मशरूम में आर्गेस्ट्रोल तत्व पाया जाता है. इसकी मात्रा सूरज की पहली किरण (नीली रोशनी) में रखने से 200 गुना तक बढ़ जाती है. केवल मशरूम ही ऐसी सब्जी है, जिसमें स्वाभाविक रूप से विटामिन डी होता है. मशरूम का ऐसा इस्तेमाल संजीवनी के बराबर माना जा रहा है.कई बीमारियों में रामबाण है मशरूमप्रतिदिन मशरूम खाने वाले मनुष्य में हड्डी रोगों की समस्या नहीं रहेगी. यही नहीं, पकाने के बाद मशरूम में विटामिन की मात्रा केवल 15 फीसदी तक ही कम होगी. 85 फीसदी तक विटामिन मशरूम में रहेगी. इससे पहले मशरूम को कैंसर, एड्स व शराब छुड़ाने के लिए भी उत्तम आहार माना जा चुका है.इसलिए जरूरी है विटामिन डीविटामिन डी सबसे अधिक हड्डी रोगों को रोकने लिए आवश्यक होती है. इसके अतिरिक्त अस्थि भंग रोकने, जोड़ों को ठीक विकसित करने, युवाओं में मधुमेह खतरा कम करने, हृदय रोग के खिलाफ रक्षा व फेफड़ों में सुधार करने में मदद करता है.शाकाहारियों के लिए उत्तमआमतौर पर विटामिन डी मछली, मछली जिगर के तेल, अंडे, मुर्गी या समुद्र में पाये जाने वाले जीवों से मिलता है. शाकाहारियों के पास सर्दियों में धूप में बैठने के अलावा और कोई चारा नहीं है. अब नियमित मशरूम खाने से हड्डी रोगों से आसानी से छुटकारा मिल सकेगा.