19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ड्रग्स बेचने से इनकार किया, तो कर दी हत्या

विक्की उर्फ वसीम हत्याकांड में हुआ खुलासा रांची : आजाद बस्ती निवासी विक्की उर्फ नसीम की हत्या इसलिए कर दी गयी थी, क्योंकि उसने ब्राउन सुगर बेचने से इनकार दिया था. उसके इनकार किये जाने के कारण ही तीन अपराधियों ने मिल कर उसकी हत्या कर दी थी और 25 सितंबर की रात शव को […]

विक्की उर्फ वसीम हत्याकांड में हुआ खुलासा

रांची : आजाद बस्ती निवासी विक्की उर्फ नसीम की हत्या इसलिए कर दी गयी थी, क्योंकि उसने ब्राउन सुगर बेचने से इनकार दिया था. उसके इनकार किये जाने के कारण ही तीन अपराधियों ने मिल कर उसकी हत्या कर दी थी और 25 सितंबर की रात शव को पॉलिटेक्निक कॉलेज की पीछे स्थित पार्क में फेंक दिया था. इसका खुलासा करते हुए लोअर बाजार पुलिस ने बाबू उर्फ रहमत नामक युवक को गिरफ्तार किया है.

पुलिस के अनुसार वह मादक पदार्थ की तस्करी करता है. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद जब उस पक कड़ाई बरती, तो उसने हत्या में शामिल अपने दो साथियों आजाद बस्ती निवासी भोलू उर्फ शमशाद और मो दानिश उर्फ रहमत का नाम कबूला. फिलहाल दोनों अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.

पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे की थी हत्या

रहमत को सोमवार को डीएसपी सनत सोरेन में मीडिया के समक्ष पेश किया. उनके साथ लोअर बाजार थानेदार विनय कुमार भी उपस्थित थे. पुलिस के सामने फूल बागान निवासी बाबू उर्फ रहमत ने कबूला कि विक्की (मृतक) भोलू उर्फ शमशाद का ब्राउन सुगर बेचता था.

शमशाद ने विक्की को एक महंगा मोबाइल भी दिया था, जिसे विक्की ने अपनी गर्ल फ्रेंड को दे दिया था. भोलू उससे मोबाइल वापस मांग रहा था. ब्राउन सुगर बेचने से इनकार करने पर भी उससे उसकी दुश्मनी हो गयी थी. 25 सितंबर की दोपहर भोलू और दानिश ने मिल कर विक्की को बेल्ट से पीटा भी था. उसके बाद वे लोग चले गये थे. रहमत के अनुसार 25 सितंबर की रात विक्की को उसने बुलाया था. उसके बाद दोनों रात करीब 12 बजे कर्बला चौक बिरयानी खाने गये थे, लेकिन रात के कारण बिरयानी नहीं मिला, तो दोनों बेलाल मसजिद गली में आये और एक झोपड़ी में गांजा लेने गये थे. बाद में विक्की ने कहा कि उसे होर्डिग्स लगाने जाना है. उसके बाद दोनों अलग-अलग हो गये. उसी वक्त रहमत ने भोलू को फोन किया, जिसके बाद भोलू और दानिश वहां पहुंचे और विक्की को पकड़ कर पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे ले गये. वहां उसकी हत्या कर दी. थानेदार ने बताया कि गिरफ्तार रहमत को छोड़ने के लिए पूर्व एसएसपी का बॉडीगार्ड फैजल पैरवी कर रहा था.

राजू व इकबाल हैं कारोबारी

रहमत ने बताया कि ब्राउन सुगर के धंधे में वह भी शामिल है. इस अवैध व्यापार का मुख्य सरगना राजू व इकबाल उर्फ घग्घा हैं. वे लोग पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे कोल पाड़ा (पुराना इसलाम नगर) में रहते हैं. इकबाल उर्फ घग्घा, राजू का बहनोई है. दोनों शमशाद उर्फ भोलू व दानिश को ब्राउन सुगर बेचने के लिए देते थे. रहमत ने बताया कि ब्राउन सुगर के ग्राहक स्कूल-कॉलेज के छात्र हैं. प्रत्येक पुड़िया की कीमत करीब दो सौ रुपये होती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें