राज्य के 153 इलाके हुए मुक्त, वर्तमान में हैं 52 कंटनमेंट जोन
झारखंड में 31 मार्च से लेकर 30 जून तक कोरोना संक्रमित मिलने की वजह से 205 कंटेनमेंट जोन बनाये गये थे. इनमें से 153 इलाके कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो चुके हैं. राज्य में इस समय केवल 52 कंटेनमेंट जोन हैं. हालांकि एक से दो दिनों में मिले कोरोना केस की वजह से नये कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी चल रही है.
रांची : झारखंड में 31 मार्च से लेकर 30 जून तक कोरोना संक्रमित मिलने की वजह से 205 कंटेनमेंट जोन बनाये गये थे. इनमें से 153 इलाके कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो चुके हैं. राज्य में इस समय केवल 52 कंटेनमेंट जोन हैं. हालांकि एक से दो दिनों में मिले कोरोना केस की वजह से नये कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी चल रही है.
30 जून तक झारखंड में बने 205 कंटेनमेंट जोन में एक लाख 20 हजार 513 परिवार की हेल्थ स्क्रीनिंग की गयी. इसमें 52,596 लोगों के सैंपल लिये गये और इनमें 465 लोग संक्रमित मिल चुके हैं. 30 जून तक कुल 2490 संक्रमित मिल चुके थे. इसमें 591 ही एक्टिव केस थे.
कंटेनमेंट जोन की जगह अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन : शुरुआत में एक भी पॉजिटिव केस मिलने पर लगभग एक से दो किमी के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता था. अब भारत सरकार ने इसमें बदलाव किया है. अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है. यानी ये जोन किसी गली, मोहल्ला या सोसाइटी में बनाया जा सकता है.
किसी अपार्टमेंट में कोई पॉजिटिव मिलने पर केवल अपार्टमेंट को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है. किसी गली में कोई केस मिला, तो उस गली के 10-15 घरों को मिला कर कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है. वहीं, गली के बाहर के आसपास के घरों को बफर जोन बनाया जाता है. कंटेनमेंट जोन में सबकी जांच की जाती है. बफर जोन में हेल्थ स्क्रीनिंग की जाती है. किसी में सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण हैं, तो उसकी जांच करायी जाती है.
रांची में तीन एक्टिव कंटेनमेंट जोन : रांची में कुल 31 कंटनमेंट जोन बने थे. इस समय तीन एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं. इसमें स्टाफ कॉलोनी बरियातू, सदर रांची और हेहल है. शुक्रवार को मिले 27 पॉजिटिव केस के बाद अलग-अलग इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाने की प्रक्रिया चल रही है.