देसी आइटी कंपनियों में महिला-पुरुष कर्मचारियों के वेतन में भारी अंतर
एजेंसियां, नयी दिल्लीमाइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीइओ सत्य नडेला द्वारा महिलाओं के लिए वेतन वृद्धि को ‘कर्म’ से जोड़ने के विवादास्पद बयान के बीच एक अध्ययन में पाया गया है कि भारतीय आइटी क्षेत्र में पुरुष व महिला कर्मचारियों के वेतन में समय के साथ अच्छा खासा अंतर आ जाता है भले ही वे […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीमाइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीइओ सत्य नडेला द्वारा महिलाओं के लिए वेतन वृद्धि को ‘कर्म’ से जोड़ने के विवादास्पद बयान के बीच एक अध्ययन में पाया गया है कि भारतीय आइटी क्षेत्र में पुरुष व महिला कर्मचारियों के वेतन में समय के साथ अच्छा खासा अंतर आ जाता है भले ही वे एक ही स्तर से शुरुआत करते हों.नडेला ने पिछले सप्ताह अमेरिका में ‘प्रौद्योगिकी क्षेत्र में महिलाएं’ विषय पर एक सम्मेलन में कहा था कि यह वास्तव में वेतन वृद्धि की मांग करने का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह जानने और समझने का मामला है कि जब आप व्यवस्था के साथ चलते हो तो वह वास्तव में आप के वेतन में समुचित वृद्धि करता रहता है. उन्हांेने कहा था, जिसका अच्छा कर्म है उसे उसका परिणाम जरूर मिलेगा. उनके इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी विशेषकर सोशल मीडिया पर. नडेला ने अपनी टिप्पणियों को ‘अस्पष्ट’ तथा ‘पूरी तरह गलत’ बताया. उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया और माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों को पत्र भेजकर अपनी स्थिति स्पष्ट की.कैटालिस्ट इंडिया डब्ल्यूआरसी के कार्यकारी निदेशक शाची इरडे ने कहा, हालांकि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नडेला जैसे वरिष्ठ अधिकारी ने ऐसी टिप्पणी की. लेकिन उन्होंने अपनी गलती को तुरंत मानते हुए माफीनामा भी जारी कर दिया.कैटालिस्ट ग्लोबल रिसर्च के अनुसार प्रौद्योगिकी के साथ साथ अन्य उद्योगों में भी पुरुष महिला कर्मचारियों के वेतन में अच्छा खासा अंतर है. इसके अध्ययन के अनुसार भारतीय आइटी क्षेत्र में समान स्तर पर ही शुरुआत करने वाले महिला व पुरुष कर्मचारियों के वेतन में समय के साथ काफी अंतर आ जाता है. महिलाओं का वेतन कम रहता है.ग्लोबल हंट के प्रबंध निदेशक सुनील गोयल ने कहा, व्यापक रूप से नडेला का बयान यह होना चाहिए था कि अच्छे कर्मचारी को भले ही वह महिला हो या पुरुष, मेहनत पर ध्यान देना चाहिए न कि अपनी वेतन वृद्धि के बारे में सोचने पर.